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दिगम्बर जैन साधु ..
- क्षुल्लक पदमसागरजी
गृहस्थ नाम- जन्म स्थानदीक्षा गुरु -
- दीक्षा
श्री गमकलालजी हुमड़
सूरत (गुजरात)
मुनि पुष्पदन्तसागरजी कार्तिक शुक्ल मास वीर नि० सं० २५०६ रविवार आपने अपने भरे पूरे परिवार को त्याग कर परमार्थ पथ का आश्रय लिया तथा आत्म कल्याण किया अन्त समय में आपने मुनि दीक्षा धारण कर समाधिमरण किया।
क्षुल्लिका प्यारमतीजी
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आप मुनि पुष्पदन्तसागरजी महाराज द्वारा दीक्षित हैं । आपका विशेष परिचय अप्राप्य है ।