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श्री संघवी पाडाना भंडारना ताडपत्रीय ग्रंथोनो अकारादिक्रम
[ २५९ ] गायकवाडी | पेटीनो | पुस्तक | ग्रथनु नाम
गायकवाडी
। पेटीनो पुस्तक | ग्रथनु नाम नंबर | चालनचर | सख्या
नवर चालुनबर | सख्या १८४(१) (४) क्षेत्रसमास
४८ १५७(१) (३) चद्रगोपालकथानक १२८ ५९(३) (३) क्षेत्रसमास
९५(१०-३४) १४५(१) (१) चउसरण ३९ १९५(२) (४) क्षेत्रसमास (जबूद्वीप समास)
१७० १३०(२) (६) चउसरण ३८ १६१(२) (४) क्षेत्रसमास प्रकरण
१५५(१३-२४) १९८(२) (१५) चउसरण २५ १८८(१) (१) क्षेत्रसमासवृत्ति
२१८ १९६(२) (६) चउसरण ४४ १८३(२) (१) क्षेत्रसमास सटीक
२०२ ५९(२) (१५) चउसरण २०५ ९९ (९) खुडककुमार कथानक
३११(२थी) ७२(३) (२) चउसरण १०५ १०४(२) (१८) गभीर स्तव
१८० ६२(२) (२) चउसरण ५(१०-३४) १४५(१) (२३) गभीरस्तव
(६) चउसरण बृहत् ३ १३५(२) (१०) गणकारिका रत्नटीका समेत
१२ १६८ (३) चउसरण लघु ३५ ६७(१) (४) गणधरसत्तरी
१८१(१) (११) चउसरण लघु ११५ ११७(१) (६) गणधरसार्धशतक
१४१(२) (७) चञ्चरिउ ११६ १८०(२) (८) गणधरहोरा
२०६(२) (२९) चतुर्धर्म कुलक १८०(२) (१२) गमनागमनप्रकरण
५६ १४१(२) (९) चतुर्विशतिजिनकल्याणकानि १८०(२) (५) गर्गोक्त सहितानो ४७मो ध्वजाध्याय
१०५ १०४(२) (२२) चतुर्विशतिजिनपचकल्याणकस्तोत्र १०३ १९०(२) (१२) गुरुवेयणकुलक
३८९(२) ० (१) चन्द्रप्रज्ञप्ति टीका २०२ ५९(२) (२८) गुरुस्तुति (श्रावकव्रत)
३६४ ३४(१) (१) चन्द्रप्रज्ञप्तिटीका २०५(२) (१) गौडवध महाकाव्य
४४ (२) वन्द्रप्रज्ञप्तिवृत्ति १९६(२) (१५) गौतमपृच्छा
३८९(१) २९(२) (१) चन्द्रप्रज्ञप्तिसूत्र १६५ (६) गौतमपच्छा
३२८ ४ ४ (१) चन्द्रप्रज्ञप्तिसूत्र २०६(२) (१४) गौतमपृच्छा
१२८ ५९(३) (११) चारित्रमनोरथमाला १९६(२) (५) गौतमपृच्छा
२१ १८२(१) (७) चार्चिकप्रकरण १८१(१) (१०) गौतमपृच्छा
११५ ११७(१) (२१) चित्तसभूइज्ज १३०(२) (९) गौतमपृच्छा
१६५ १६६ (१) चैत्यवदन १३०(१) (६) गौतमपृच्छा
१७० १३०(२) (४) चत्यवदन-वदनक-पञ्चक्खाण १०८ (१२) गौतमपृच्छा
१२७ १३८(२) (१) चैत्यवदन-वदनक-प्रत्याख्यानचर्णि ११५ ११७(१) (१७) गौतमपच्छा
२१८ १९६(२) (१३) चैत्यवदन तथा प्रतिक्रमण सूत्रादि १०५ १०४(२) (४) गौतमपृच्छा
१९८(१-२) १२१(२) (२) चैत्यवदनप्रत्याख्यानलघुवृत्ति १६१(२) (८) गौतमपृच्छाप्रकरण
१९१ २०२ (१०) चैत्यवंदनभाष्य १३३ १५६(१) (७) गौतमभाषित
• २२ २०६(२) (६१) चैत्यवंदनस्थान
१६
९२
३२८
२१८
DEO
९३
३८