________________
छता तेना मूळ स्थान उपरथी 'संघवी पाडाना भडार' तरीके ज ओळखाय छे, अने श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमंदिरमा तेनु विशिष्ट स्थान जाळवी राखवामा आव्यु छे
सघवी पाडाना कपाटमाथी अपने मळेला हस्तलिखित लिस्ट (सूचिपत्र) ने आधारे ज श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमंदिरना व्यवस्थापकोए सचवी पाडाना भडारनु एक लिस्ट (सूचिपत्र) गुजराती लिपिमां छपावीने केटलाक वर्षों पूर्वे प्रकाशित कर्तुं छे. आ लिस्ट (सूचिपत्र) छपावती वखते प्रुफवाचनमा कईक खामी रही गई होय ते बनवाजोग छे अमे तो पुफो जोया ज नहोता ए जुन हस्तलिखित लिस्ट (सूचिपत्र) अत्यारे सचवायेलु छे के केम अथवा क्या छेतेनी अपने कशी ज खयर नथी श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमंदिरे प्रकाशित करेला लिस्ट ( सूचिपत्र) मा सवतनी वावतमा कोईक कोईक स्थळे गरवड थई होय तेम लागे छे. सवत् जे लग्ज्यो छे ते लेखन सवत् छे के रचना सवत् छे तेनु कोई स्पष्टीकरण रोमा नथी कोईक कोईक स्थळे मधाळे कई पण निर्देश कर्या विना नीचे आकडो ज मात्र लख्यो छे परंतु अनुभवधी अमने लाग्यु के आ सवत्नो ज आंकडो छे.
श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमंदिरे प्रकाशित करेला लिस्ट (सूचिपत्र) ने आधारे ज अमे अक्षरश चिपत्र देवनागरी लिपिमा कोम्प्युटरथी छपावीने हमणा प्रकाशित करीए छीए छता जुना श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमंदिरे छपावेला सूचिपत्रमा ज्या 'सवत्' लख्यु छे त्या अमे 'लेखनसवत्' तथा 'रचनासवत्' आवा ये मचाळा करीने अमारी मतिने आधारे 'लेखनसवत' तथा 'रचनासवत'न पृथकरण करीने लेखनसवत् तथा रचनासवत् दर्शाव्या छे, अमारी कोई स्थळे क्षति थई होय तो सुधारी लेवा वाचकोने नम्र विनति छे लेखनसंवत् तथा रचनासयत्मा सर्वत्र विक्रममवत् ज सामान्य रीते समजवो पण ज्या वी. लख्यु होय त्या वीरनिर्याणसवत् समजवो तथा शक लख्यु होय त्या शकसवत् समजवो
श्री सघवी पाडाना भडारना ग्रथोमा वे विभाग छे पहेला विभागमा १थी २०६/२ पेटी सुधीना ग्रथो साग छे बीजा विभागमा जीर्ण, टक तथा घोटेला ग्रंथो होवाथी तेनो उपयोग करवानु काम अत्यत मुश्केल छे आ बीजा विभागमा गण १थी ९७ पेटीओ ऐ आपने विभागो अलग छापेला छे यन्ने विभागोनो अकारादिक्रम पण कोम्प्युटर द्वारा ज करायीने अही अलग अलग आपेलो छे
श्री सघवी पाडाना भडारना मूळ व्यवस्थापक स्व सेवतिलाल छोटालाल पटवाना सुपुत्रो नरेन्द्रभाई, विपिनभाई तथा दीपकभाईने घणा घणा धन्यवाद घटे छे तथा आज सुधी आ भडारने साचवनार तेमना पिताश्री स्व सेवतिलाल पटवाने तथा तेमना सर्व पूर्वजोने हजारो हजारो धन्यवाद घटे छे
श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमंदिरे ज्यारे आ सघवी पाडाना भंडारनु लिस्ट सूचिपत्र) केटलॉक वर्षों पूर्वे प्रकाशित कर्यु त्यारे तेना ट्रस्टीओए जे 'प्रासंगिक' लखाण लख्यु हतु ते पण तेमना ज शब्दोमां अक्षरश आ साथै प्रकाशित करवामा आवे छे
विक्रमसंवत् २०४७
पूज्यपाद आचार्यमहाराज श्रीमद्विजयसिद्धिसूरीश्वरपट्टालंकार पूज्यपाद आचार्यमहाराज श्रीमद्विजयमेघसूरीश्वरशिष्यरत्नपूज्यपादगुरुदेवमुनिराज श्री भुवनविजयान्तेवासी मुनि जम्बूविजय
आश्विन शुरू अष्टमी ता १६-१०-९१
पचासर (जिल्ला - महेसाणा )
उत्तर गुजरात Pin - 382750
'प्रासंगिक
पाटणना मोटा भागना हस्तलिखित पुस्तको श्री हेमचद्राचार्य ज्ञानमदिरने प्राप्त थइ चूक्या हता परंतु खूप ज महत्त्वनो एवो श्री सचवीना पाडानो सग्रह हजी सुधी प्राप्त थयो न तो सवत २०३२ना जेठ वद छठ तारीख १७ जून १९७६ ना दिवसे परम पूज्य मुनिवर श्री जबूविजयजी महाराजनी प्रेरणाथी समवीना पाडाना भडारने पेढीओभी साचवी रहेला स्व. श्री सेवतीलाल छोटालाल पटवाना धर्मपत्नी श्री शारदाबेन तथा तेमना सुपुत्रो श्री नरेन्द्रभाई श्री विपिनभाई तथा श्री दिपकभाई बगेरेए सदर अमुल्य भहार श्री हेमचद्राचार्य जैन ज्ञानमदिरने सुप्रत कर्यो छे आ शुभ कार्यमा स्व श्री पटवाना भाणेज श्री सुमनभाई चीमनलाल चोकसीए पण अभिनदनीय फाळो आप्यो छे
श्री हेमचद्राचार्य जैन ज्ञानमदिरना ट्रस्टीओ पाटणना श्री जैन सघवती से सीनो आभार माने छे संग्रह प्राप्त थयाना टूका गाळामां ते सग्रहना पुस्तकोनी सूचि बहार पाडता अमने आनद थाय छे
8
डॉ सेवतीलाल एम शाह डॉ तलकचद बी दलाल श्री बृजलाल टी शाह (हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमंदिर)