________________
[७८ ]
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
여 여러
ه ه له
مر
१३८०३ एकसो सित्तेर तीर्थङ्करनाम ८२२६ (२) एकस्वरचित्रगर्भितसुविधिजिनस्तवन
१ स २ गुणविजय ७४०३ (१) एकस्वर चित्रबद्ध पद्मप्रभ
जिनस्तुति सावचूरि पञ्चपाठ १ स १२३५८ (३) एकस्वरचित्रबद्धपार्श्वजिनस्तोत्र २ स ८७४६ (१) एकाक्षरकाण्ड
१ स इरुगपदण्डाधिनाथ ११७०४ एकाक्षरनाममाला
१ स सुधाकलश १४३३२ (२) एकाक्षरनाममाला
२ स १४३३२ (१) एकाक्षरनाममाला
२ स १ सुधाकलश १७२९४ एकाक्षरनाममाला
१ स सुधाकलश १७२९५ एकाक्षरनाममाला
१ स सुधाकलश २२९५ (२) एकाक्षरीनाममाला
८ स हेमचन्द्राचार्य ६६१६ (२) एकाक्षरीनाममाला २७ स हेमचन्द्राचार्य ८७३७ एकाक्षरीनाममाला
१ स अमरसिह ८७३८ एकाक्षरीनाममाला
१ स अमरसिह ८७३९ एकाक्षरीनाममाला
२ स विश्वशम्भु ८७४० एकाक्षरीनाममाला
२ स सुधाकलशगणि ८७४१ एकाक्षरीनाममाला
१ स सुधाकलशगणि ८७४२ एकाक्षरीनाममाला ८७४३ (१) एकाक्षरीनाममाला
२ स ८७४४ (१) एकाक्षरीनाममाला ८७४५ एकाक्षरीनाममाला
सुधाकलशगणि ८७४६ (२) एकाक्षरीनाममाला
१ स ८७४७ (२) एकाक्षरीनाममाला
१ स १६२०५ (३) एकाक्षरीनाममाला
३ अमरकवि १६८३९ (२) एकाक्षरी नाममाला
अमरेन्द्रकवि ८७४३ (२) एकाक्षरानाममाला मातृकाक्षरानुक्रमेण
२ स
९४५९ एकादशअङ्गसज्झायो ५ ग यशोविजयोपाध्याय ९२७२ एकादशगणधरदेववन्दन ७ ग, ज्ञानविमलसूरि ६३९७ (२) एकादशगणधरसज्झाय १ गु २ प्रेमविजय ९३१५ (१) एकादशगणधरसज्झायो तथा
स्तुति ५६६४ एकादशगणधरस्तवन
अनन्तहसशिष्य ६३२० एकादशगणधरस्तवन ६३२१ (३) एकादशगणधरस्तवन
४ स ६३२१ (१) एकादशगणघरस्तवन ४ गु १५५९३ (३) एकादशगणधरस्तवन १३ गु ३ ज्ञानविमलसूरि ६३२१ (२) एकादशगणघरस्तवन स्तुति ४ गु ५६५९ (१) एकादशगणधरस्तवनो ११ गु १ अनन्तहसशिष्य ९१७२ एकादशगणघरस्तवनो
अने स्तुतियो ५६५९ (२) एकादशगणधरस्तुति
११ स ९४९४ (२) एकादशमतनिरूपणस्वाध्याय २ गु २ कनकविजय
शिष्य ९१३८ एकादशवचनद्वात्रिशिका २ गु पार्श्वचन्द्र १६०५२ एकादशाङ्गस्वाध्याय
६ गु उपा यशोविजयजी ५९३० एकादशीकथास्तवन
३ गु ११५२२ एकादशीमाहात्म्य
बृहन्नारदीयपुराणगत ३४ स ८७१८ एकादशीमाहात्म्यमत्स्यपुराणगत
१२ स २००३२ एकादशी स्तुति
१४०७ १३०३० (१) एकादि शतपर्यन्त शब्दसाधनिका
१-२ स सहजकीर्ति ७४१२ एकान्तनित्यानित्यवादभड ३ स