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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
कर्ता
क्रमाक
२३ स
२४
स
१८
स
मू हरिभद्रसूरि
२४५३ षड्दर्शनसमुच्चय
लघुटीकासहित २०५४ षड्दर्शनसमुच्चय
लघुटीकासहित १५२३४ पड्दर्शनसमुच्चय
लघुवृत्तिसह ६६९२ (१) पड्दर्शनसमुच्चय
लघुवृत्तिसहित ८७५२ षड्दर्शनसमुञ्चय
लघुवृत्तिसहित ८७५३ षड्दर्शनसमुचय
लघुवृत्तिसहित १६६५४, पड्दर्शनसमुच्चय वृत्ति सह
२५
स
२१ स
मू हरिभद्रसूरि
२२ ४८
स. मू हरिभद्रसूरि स मू हरिभद्रसूरि वृ
गुणरलसूरि
१४६४६ (३) षड्द्रव्यविचारस्वाध्याय ५ गु ३. हेममुनि ७६०७ (२) षड्द्रव्यस्वरूपप्रकरण ३ प्रा ५८०४ षड्भावगर्भितनागपुरमण्डन
शान्तिजिनस्तवन ४ गु. कुशलहर्ष १२३०१ षड्भाषमय चन्द्रप्रभजिनस्तवन १ षड्भाषा १७३५४ षड्भाषागर्भित-ऋषभ, शाति, नेमि,
पार्श्व, महावीर पचक स्तोत्र टिप्पणी सह
३प्रा.स. ३०७२ षड्भाषामय आदिनाथ, शान्तिनाथ, नेमिनाथ, पार्श्वनाथ,
षड्भाषामय महावीरस्तवनपञ्चक
२ सोमसुन्दरसूरि १२२९८ (१) षड्भाषामयआदिनाथस्तवन सावचूरि पचपाठ
१षड्भाषा ८२२८ षड्भाषामयऋषभस्तोत्र सावचूरि पशपाठ
१मिश्रभाषा २०१७ (२७)षड्भाषामय चन्द्रप्रमजिनस्तवन
५० छ भाषा १२३०० षड्भाषामय चन्द्रप्रभजिनस्तवन
१षड्भाषा ३७५० (१) षड्भाषामयजिनस्तवन पक्षक ९षड्भाषा सोमसुन्दरसूरि १४४३६ (१) षड्भाषामयपार्श्वनाथस्तव सटीक
५ स. १. धर्मवर्धन १४१७७ (१) षड्भाषामय पार्श्वनाथस्तोत्र २ सं. १. धर्मवर्धन १२२९९ पड्भाषामयशान्तिजिनस्तवन १षड्भापा १२२९८ (२) षड्भापामयशान्तिनाथस्तवन सावरेि पापाठ
१षड्भाषा २०१७ (२६)पड्भापामय
साधारणजिनस्तवन ४९-५० छ मापा
१७२२८
१८
स
१५८६०
षड्दर्शनसमुच्चय सक्षिप्तटीका सह षड्दर्शनसमुच्चय सक्षिप्तटीका सह पशपाठ पड्दर्शनसमुच्चय सटीक
२४ ७३
स स
१५२३३
मू हरिभद्रसूरि मू हरिभद्रसूरि, टी । गुणरलसूरि
६२ स ३ स
मू हरिभद्रसूरि
मू हरिभद्रसूरि
१९१५० षड्दर्शनसमुच्चय सटीक १७४१६ पड्दर्शनसमुच्चय साव० पच० १६००२ षड्दर्शनसमुच्चय सावचूरि
परपाठ ८८०५ (१) षड्दर्शनस्वरूप १४६४७ षड्दर्शनस्वरूप
९९१६ (५) पड्दर्शनाटक दोहा आदि १५२८१ पड्द्रव्यविचार १७६६६ पद्व्यविचार
५ स २ स ३ गु ५ हिन्दी
४
गु