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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper RS)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
१५३७३
१५०८० आचारागसूत्र वृत्ति २१८ स शीलादाचार्य १५०८१ आचारागसूत्र वृत्ति २०७ स शीलावाचार्य १५३६६ आचारागसूत्रवृत्ति
०४ स शीलावाचार्य १५३६७ आचारागसूत्रवृत्ति ५६ प्रा सुधर्मास्वामि १५३६९
आचारागसूत्रवृत्ति ३१७ स शीलाद्धाचार्य १५३७०
आचारागसूत्रवृत्ति २०२ स शीलाङ्काचार्य १५३७२ आचारागसूत्र वृत्ति २१४ स शीलाताचार्य
__ आचारागसूत्र वृत्ति ४१४ स शीलाङ्काचार्य १५३८१ आचारागसूत्र वृत्ति ३५१ स शीलावाचार्य १५३८९ आचारागसूत्रवृत्ति ३२९ स शीलाङ्काचार्य १६७१७ आचारागसूत्रवृत्ति २६१ स शीलावाचार्य १५३७४
आचारागसूत्र वृत्ति अपूर्ण ९८ स शीलाङ्काचार्य १५३८० आचारागसूत्र वृत्ति अपूर्ण २६ स शीलाङ्काचार्य १४९३२ आचारागसूत्रवृत्ति चूर्णि १३१ प्रा १४९३१ आचारागसूत्रवृत्ति नियुक्ति १२ पा भद्रबाहुस्वामि १४९३० आचारागसूत्रवृत्ति मूल ४३ प्रा सुधर्मास्वामि
आचारागसूत्र श्रुतस्कन्ध ३५ प्रा सुधर्मस्वामी
आचारागसूत्र सप्तमाध्ययनपर्यन्त २४ प्रा सुधर्मस्वामी १०४४ आचारागसूत्र सस्तबक २१० प्रागु मू सुधर्मस्वामी आचारागसूत्र सस्तबक
१६१ प्रागु १४५५८ आचारागसूत्र सस्तबक १०७ प्रागु १५३९५ आचारागसूत्र सस्तबक १३५ प्रागु स्त पार्श्वचन्द्र ४९९४ आचारागसूत्र सस्तबक अपूर्ण
८८ प्रा गु १०२६० (१) आचारागसूत्र सावचूरि पञ्चपाठ
१-९३ प्रास मू सुधर्मस्वामि १०४०८ आचारागसूत्र सावचूरि पञ्चपाठ
१२३ प्रास मू सुधर्मस्वामि
१५३७७ आचारागसूत्र सावचूरि पञ्चपाठ
८९ प्रास, मू सुधर्मास्वामि ७०६८ आचाराङ्गादिगतगाथा टबार्थसहित
२१ प्रागु १६४१ (१) आचारोपदेश
१-१० स चारित्रसुन्दर ५३१७ आचारोपदेश
१४ स चारित्रसुन्दरगणि १५८४० आचारोपदेश
९ स चारित्रसुन्दरगणि १६२३५ आचारोपदेश
स चरित्रसुन्दरगणि १६४६५ आचारोपदेश
स चारित्रसुन्दर १६६४५ (१) आचारोपदेश
१५ स चारित्रसुदर १६९३४ (१) आचारोपदेश
स चारित्रसुदर १९७७० आचारोपदेश
९ ४०५ ५१४७ आचारोपदेश सस्तबक १८ स गु मू चारित्रसुन्दर,
स्त देवकुशलगणि ५३२१ आचारोपदेश सस्तबक १ सगु मू चारित्रसुन्दर १३३५६ __ आचारोपदेश सस्तबक २४ सगु. मू चारित्रसुन्दर ३८३५ आचार्यगुण-श्रावकगुण
सामायिकफल-गोचरीना दोष
विषयक गाथा सस्तबक २ प्रागु १०२३ (७२)आचार्यनामगर्भितस्तुति १२९-१३० स २८९७ आचार्यपादुकाप्रतिष्ठाविधि ४ गु ९५५७ (१०)आज्ञाकुलक
८मु प्रा १३९०६ आठ कर्मनी १५८ प्रकृति ३ स ५२९५ आठ कर्मनी १५८ प्रकृतिनो
विवरो १९६९० आठ कर्मनी १५८ प्रकृतिनो विवरो
९ गु १९३८४ आठकर्मनी १५८ प्रकृति विचार
६ गु