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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
७५०५ (२) विशाललोचन सटीक १ स ७५०६ (२) विशाललोचन सावचूरिक २ स ३३१९ (२) विशाललोचनस्तुति १ स ११२६९ (२) विशाललोचन स्तुति
१ स ६७१ विशेषणवती
१५ प्रा जिनभद्रगणि
क्षमाश्रमण ६७२ विशेषणवती
१३ प्रा जिनभद्रगणि
क्षमाश्रमण ९२६ विशेषणवती
९ प्रा जिनभद्रगणि
क्षमाश्रमण १३६५४ (१) विशेषमहाकाव्य-षड्ऋतुवर्णन१७ स महाकवि कालिदास १३८२७ विशेषशतकउद्धार अपूर्ण ११ स १४८०० विशेषसत्तात्रिभङ्गीयन्त्र ३१ प्रास ७०६९ विशेषावश्यक गाथाओ ३ प्रा ७४४ विशेषावश्यकमहाभाष्य ८७ प्रा जिनभद्रगणि
क्षमाश्रमण ६७२७ विशेषावश्यकमहाभाष्य ६० प्रा जिनभद्रगणि
क्षमाश्रमण १४८४३ विशेषावश्यकमहाभाष्य वृत्ति सह
३९६ प्रास वृ मलधारी
हेमचन्द्रसूरि ६७७५ विशेषावश्यकमहाभाष्य
मू जिनभद्रगणि वृत्तिसह अपूर्ण
८३ प्रास क्षमाश्रमण
वृ मलधारी हेमचन्द्र ७४५ विशेषावश्यकमहाभाष्य
वृ मलधारी वृत्तिसहित
४८५ प्रा स हेमचन्द्रसूरि ४५३ विशेषावश्यकमहाभाष्य ४९२ थी भा० जिनभद्र०,
वृत्तिसहित तृतीय खण्ड ७१८ प्रास वृ० हेमचन्द्रसूरि
४५२ विशेषावश्यकमहाभाष्य २६६ थी भा जिनभद्रगणि वृत्तिसहित द्वितीय खण्ड ४९१ पास क्षमाश्रमण, वृ० मल
धारी हेमचन्द्रसूरि ४५१ विशेषावश्यकमहाभाष्य
भा जिनभद्रगणि वृत्तिसहित प्रथम खण्ड १ थी २६५ प्रास क्षमाश्रमण, वृ मल
धारी हेमचन्द्रसूरि ६०६ विशेषावश्यकमहाभाष्य
भा जिनभद्रगणि सटीक
७५३ प्रास क्षमाश्रमण, टी मल
धारी हेमचन्द्रसूरि १५५०६ विशेषावश्यकसूत्रमहाभाष्य ७६ प्रा जिनभद्रगणि
क्षमाश्रमण १८४७० विशेषावश्यकसूत्र २७४ थी
सबृहद्वनि (उत्तरार्द्ध) ५४६ प्रास टी मल हेमचन्द्रसूरि १८४६९ विशेषावश्यकसूत्र
सबृहवृत्ति (पूर्वार्द्ध) १-२७३ प्रा स मू जिनभद्रगणिक्षमाश्रमण १७५९१ (२) विशोद्देशक व्याख्या
प्रा श्रीचन्द्रसूरि ५१०४ विश्वकर्मावतार आयतत्त्वाधिकार प्रथमाध्याय .
११ स ७७९९ (१) विषयनिन्दापञ्चाशिका १ प्रा ३८९३ (२) विषयनिन्दापज्ञाशिका कुलक ४ प्रा ऋ महाकवि
धनपाल ८६८६ विषयवृत्तसप्तक व्याख्यासहित ५ स १११५३ (५) विषयानुशासनपञ्चविशतिका ६ङ प्रा १९०२४ विषापहार स्तोत्र
५ हिदी अचलकीर्तिआचार्य १८५२९ विषापहारस्तोत्र भाषा ३ गु अचल कीर्ति १८४२० विषापहारस्तोत्र सटीक त्रिपाठ ६ स ११४२३ विष्णुअपमार्जनस्तोत्र
८ स