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पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Piper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम
[३५८ ]
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क्रमाक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमाक
पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
३७७६ योगशास्त्र बालावबोधसहित
अन्तिम प्रकाश चतुष्टय २७ गु ३८०९ योगशास्त्र बालावबोधसहित प्र ५ थी८
३९ सगु मू हेमचन्द्राचार्य १९४४९ योगशास्त्र लघुटीका सहित
२७ स ६७२५ योगशास्त्रवृत्तिगतकथा ३० स हेमचन्द्राचार्य ८३८१ योगशास्त्रवृत्तिगत लब्धिविचार
२ स ४५७६ योगशास्त्रवृत्त्यन्तर्गत सप्तक्षेत्रीस्वरूप
३ स ९५२७ योगशास्त्र षष्ठप्रकाशथी सम्पूर्ण
१५७-१८४ स हेमचन्द्राचार्य १२५२७ योगशास्त्रस्वोपज्ञविवरण अपूर्ण
१७ स हेमचन्द्राचार्य १४८६७ योगशास्त्र स्वोपज्ञवृत्तिसह २१४ स हेमचन्द्राचार्य ७३९३ योगशास्त्रान्तर्गतश्लोक १५ स हेमचन्द्राचार्य १५४२ योगसार १६४१ (३) योगसार
१८-२० स ४६५४ (१) योगसार
२ प्रागु ७८५६ (२) योगसार
३-७ स ७८५७ (३) योगसार
३-५ स १५३३६ योगसार
९ स १५६८६ योगसार
३ स १५७७२ योगसार
८ अप जोगचन्द्रमुनि १६६४४ योगसार
३अपभ्रश योगचन्द्रमुनि १६६४५ (३) योगसार
स १६९३४ (४) योगसार
१७२६६ योगसार
३ स १६४१ (६) योगसार पञ्चप्रस्तावात्मक २६-३३ स ३३४५ योगसार सस्तबक
२२ गु मू योगीन्द्रदेव ११२६४ योगसार सस्तबक
२० मागधी गु मू योगीन्द्रदेव १४०३४ योगसार सस्तबक
९ अपगु मू योगचन्द्र मुनि ११०७२ योगानुष्ठानविधिकुलक २ प्रा १८७०२ योगिनी दशा फल
४ स १४०५२ (२) योगिनीस्तोत्र
२ स १४४०१ योगिरास
१ गु जिनदास १७३६५ योगोद्वहन
५ स १७३६४ योगोद्वहन यत्र
३ सगु १५३५० योगोद्वहनविधि अपूर्ण १६४६३ (७) योनिस्तव
१० सप्रा ३६०३ (२) योनिस्तवप्रकरण
३ प्रा २ धर्मघोषसूरि ७६९५ (२) योनीस्तवप्रकरण
२ प्रा स धर्मघोषसूरि ८७३२ (१) यौगिकशब्दनाममाला १९७४७ रगरत्नाकर नेमिनाथ प्रबध द्वितीयाधिकार पर्यंत
९ गु लावण्यसमय २५८९ (६) रक्तपद्यावतीवृद्धपूजनविधि
३२-३४ स ९५९४ रघुवश-कुमारसम्भव-मेघदूत-किरातार्जुनीय
महाकाव्यगत दुर्घटसग्रह २७ स राजकुण्ड कवि ८६५१ रघुवश-कुमारसम्भव-मेघद्रत
माघकिरातकाव्य-अनर्घराघव दुर्घटपदव्याख्या
३५ स राजकुण्ड १८५८० रघुवश अपूर्ण
१० स कालिदास १०३३४ रघुवशकाव्य टिप्पणीसहित २-६२ स महाकवि कालिदास ९८८४ रघुवशकाव्यटीका १६६ स धर्ममेरुगणि