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________________ [ १७७ ] | क्रमाक पुस्तकनु नाम पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जेन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper MH)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता पत्र भाषा कर्ता । क्रमाक ५७२३ जीवविचारस्तवन ५ गु वृद्धिविजय ६०६९ जीवविचारस्तवन ३ गु वृद्धिविजय ९२५६ जीवविचारस्तवन गु वृद्धिविजय ९४६५ जीवविचारस्तवन २ गु इन्द्रसौभाग्योपाध्याय ९८४४ जीवविचारस्तवन ३ गु विजयतिलक ११२५८ जीवविचारस्तवन ६ गु वृद्धिविजय ११३७८ जीवविचारस्तवन ४ गु वृद्धिविजय १९७२० (२) जीवविचार स्तवन ४-१० गु वृद्धिविजय ६०६८ जीवविचारस्तवन किञ्चिदपूर्ण ६ गु १४४२१ (२) जीवविचारादिप्रकरण ६९ प्रास ११८१ जीवसमासपकरण ९ पा ४४०३ जीवसमासप्रकरण ७ पा शीलाङ्काचार्य १५७९२ जीवसमासप्रकरण ८ प्रा ३५६३ (२) जीवसमासप्रकरण अपूर्ण ६-१५ प्रा शीलानाचार्य ३६१३ (२) जीवसमासप्रकरण अपूर्ण ९-१७ प्रा शीलाङ्काचार्य ६९५१ जीवसमासपकरण वृ मलधारी बृहद्वृत्तिसहित ११७ प्रास हेमचन्द्रसूरि ६९५२ जीवसमासप्रकरण मूल १६ प्रा ११८२ जीवसमासप्रकरण सटीक १४० प्रास टी मलधारी हेमचन्द्रसूरि ११८३ जीवसमासप्रकरण सावचूरि पत्रपाठ ५ प्रास १९७० (३) जीवस्यापकुलक २५ पा १११४० (१। जीवरस्थापनाकुलक ४ प्रा ११०४९ जा रूपरयापनाकुलक १ प्रा १११५३ (१३)।। गन ११-१२ प्रा वादिदेवसूरि १४३२ नासनपकरण म्वोपज्ञ टीकासहित ५५ प्रास देवमूरि ७०१४ जीवानुशासनप्रकरण स्वोपज्ञवृत्तिसहित ४ प्रास देवसूरि ९३० जीवानुशासन सटीक ५४ प्रास देवसूरि स्वोपज्ञवृत्ति २५९६ (१२)जीवानुशास्तिकुलक ३१-३२ प्रा जिनसूरि २००२५ जीवापात्रीसीनी सज्झाय २ १८०५८ जीवाभिगम उपाग सस्तबक २९२ प्रागु २३५ जीवाभिगमउपाङ्गसूत्र १४३ प्रा २३६ जीवाभिगमउपासूत्र ९३ प्रा २३७ जीवाभिगमउपाङ्गसूत्र १३८ प्रा १००१४ जीवाभिगमउपाङ्गसूत्र ८८ पा १०१३० जीवाभिगमउपाङ्गसूत्र ११४ प्रा २३८ जीवाभिगमउपाडसूत्रवृत्ति ३९३ स मलयगिरि ७४० जीवाभिगमउपाङ्गसूत्रवृत्ति २१८ स मलयगिरि जीवाभिगमउपांडसूत्रवृत्ति द्वितीय खण्ड २२५ स वृ मलयगिरि २४१ जीवाभिगमउपाङ्गसूत्रवृत्ति प्रथम खण्ड १२० स व मलयगिरि २४३ जीवाभिगमउपाङ्गसूत्रवृत्ति पथम खण्ड १४६ स वृ मलयगिरि २४० जीवाभिगमउपागसूत्र वृत्तिसहित त्रिपाठ द्वितीय खण्ड २६९ प्रास वृ मलयगिरि २३९ जीवाभिगमउपाङ्गसूत्र वृत्तिसहित त्रिपाठ पथम खण्ड १४८ पास वृ मलयगिरि ७१११ (७) जीवाभिगमपर्याय ७१११ (२७)जीवाभिगमवृत्तिपर्याय ७४-७६ A-12
SR No.010180
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year1991
Total Pages561
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size28 MB
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