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________________ पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्ग जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss)२००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम [ १७२ ] क्रमाक पत्र भाषा कर्ता पुस्तकनु नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमाक पुस्तकनु नाम ७ गु ११६६९ (२) जीराउलापार्श्वनाथस्तोत्र ३१२२ (३) जीराउलाभास १-२ गु कोरण्टकगच्छीय नन्नसूरि ६४५९ (२) जीराउलाभास १ गु खीमो ११२७८ (२) जीराउलामण्डनपार्श्वनाथस्तवनावचूरि २-४ स । १०२२ (३१)जीराउलारास ७१-७३ गु देपाल कवि ११२७२ जीरापल्लिपार्श्वनाथस्तवन १ स राजशेखरसूरि १२३२९ (२) जीरापल्लिस्तवन १ अप ९०२ (३१)जीरापल्लीपार्श्वजिनस्तुति २१९-२२२ स महेन्द्रसूरि ३०६५ जीरापल्लीपार्श्वनाथस्तवन सर्वोपद्रवशान्तिगर्भित २ अप सुधानन्दसूरि ७४०५ (१) जीरापल्लीपार्श्वनाथस्तोत्र १ स उदयवल्लभशिष्य ज्ञानतिलक १२१५९ (३) जीरापल्लीपार्श्वनाथस्तोत्र ३१११ (१) जीरापल्लीपार्श्वनाथस्तोत्र- २ अपभ्रश सुधानन्दसूरि सर्वोपद्रवशान्तिगर्भित - प्रधान गुजराती १८६८६(२) जीरापल्लीपार्श्वस्तोत्र स पार्श्वचद्र २०००४ चतुर्विशतिजिन स्तुति १४८२७ (१) जीरावलापार्श्वनाथवीनति २१-३१ गु १ विमलधर्म १५९३६ जीरावलापार्श्वनाथस्तवन २ गु लावण्यसमय १५९७२ जीरावलापार्श्वनाथस्तवन २ गु सुधानन्द १७३४१ (१) जीरावला पार्श्वनाथ स्तुति ११ सगु महेन्द्रसूरि १६४६१ (४) जीरावलापार्श्वनाथस्तोत्र अवचूरि १३ सगु धर्मनदन उपाध्याय ९७५० (२) जीरिकापल्लिपार्श्वनाथस्तवन १ स २ उदयधर्म १९०३२ (८) जीर्णोद्धारे भुवन कथा ३जु सस्कृत ८७९६ (२) जीव-परलोकास्तित्वस्थापनवादस्थल ३-४ स १७९७१ (३) जीव उत्पत्ति गीत ३-४ गु रलहर्ष ३४२६ जीवउत्पत्तिनी सज्झाय ५ गु श्रीसार १८८२७ जीवकर्मप्रकृतिविचार यत्र ५ गु १४६३१ जीवकाया आश्री छ द्रव्य विचार ५६७० (१०२)जीवकायास्वाध्याय ९३-९४ गु विजयसोम १४४०९ जीवकुलक १ प्रा देवेन्द्रसूरि ३८३१ (२) जीवक्षामणाकुलक ६२-६४ प्रा १४५९३ जीवचेतनाकागल ३५७४ (२) जीवतत्त्वप्रकरण टबार्थसहित ७-१४ प्रागु ४६२६ (२) जीवदयाकुलक ९४३२ जीवदयाकुलक १ गु सोममण्डन ९४३३ जीवदयाकुलक १ गु सोममण्डन ११०८२ (१) जीवदयाकुलक १ प्रागु १४८२७ (२) जीवदयाकुलक २१-३१ गु २ सोमसुन्दरसूरि १२४७ जीवदयाकुलक, मिथ्यात्वपरिहारकुलक तथा ईर्यापथिकी मिथ्यादुष्कृतकुलक २ अप १४६३५ जीवदयाछन्द १ गु भूधर ३८९४ (५) जीवदयाप्रकरण ४६-५० अप ८३८५ जीवद्रव्य तथा कालद्रव्य स्वरूपविचार २ स ११३७० जीवना ५६३ अने अजीवना ५३० भेदविचार ५ गु
SR No.010180
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year1991
Total Pages561
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size28 MB
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