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क्रमाक
१२७०
१२७१
१२७२
११०६०
११०६१
७७४३
९८८२
११०६२
९८७
पाटणमा श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमदिरस्थित कागळ उपरना हस्तलिखित (Paper Mss ) २००३५ ग्रथोनो अकारादिक्रम पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
कर्ता
पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा
२५५४
८८०१
३८८१
गुरुगुणषत्रिशत्षत्रिशिकाकुलक
गुरुगुणषट्त्रिंशत्षट्त्रिशिकाकुलक
गुरुगुणषट्त्रिशत्वत्रिशिकाकुलक
गुरुगुणषट्त्रिशत्षट्त्रिशिकाकुलक सावचूरि पञ्चपाठ गुरुगुणषट्त्रिशत्षत्रिशिकाकुलक सावचूरि पञ्चपाठ गुरुगुणषत्रिशत्षट्त्रिशिकाप्रकरण सावचूरिक पञ्चपाठ गुरुगुणषट्त्रिशत्षत्रिशिका
सटीक त्रिपाठ गुरुगुणषट्त्रिशिकानवकप्रकरण
सटीक
सटीक
सटीक
१२०४९
गुरुचरित्र २९६० (२) गुरुणीस्तुति
५९८१
७०७५
७९४७
२५९९
व्याख्यासहित
मू वज्रसेनसूरि,
२- २६ प्रास टी रत्नशेखरसूरि
२६ प्रास टी रत्नशेखरसूरि
२५ प्रास टी रत्नशेखरसूरि
१ प्रास मू रत्नशेखरसूरि
१ प्रास मू रत्नशेखरसूरि
३ प्रास मू रत्नशेखरसूरि मू वज्रसेन,
३२ प्रास टी रत्नशेखर
१ प्रास
२ गु जगन्नाथ
८मा गु
गुरुतत्त्वप्रकाशरास
९ गु
गुरुतत्त्वप्रदीप - उत्सूत्रकन्दकुद्दाल ८ स गुरुतत्त्वप्रदीप - उत्सूत्रकन्दकुद्दाल ८ प्रा गुरुतत्त्वप्रदीप स्वोपज्ञटीकासहित
अपूर्ण
४४ स
गुरुतत्त्वविनिश्चय स्वोपज्ञ
१४७ प्रास
टीकासहित त्रिपाठ गुरुतत्त्वव्यवस्थापनवादस्थल ९ सप्रा. गुरुतत्त्वव्यवस्थापनवादस्थल ७ स
गुरुतत्त्वशुद्धि
१५ प्रास
मानविजय
धर्मसागरोपाध्याय
धर्मसागरोपाध्याय
महोपाध्याय यशोविजयजी
क्रमाक
२५५५
१४९२३
१४४९६
गुरुतत्त्वसिद्धि
गुरुतत्त्वसिद्धि
गुरुदिव्याष्टक पञ्जिकासह
त्रिपाठ
गुरुपट्टावलीसज्झाय
१२१२४ (३४) गुरुपरम्परास्तुति ८२६८ (२) गुरुपारतंत्र्यस्तव वृत्तिसहित १२१७० (५) गुरुपारतंत्र्यस्तव वृत्तिसहित १६९२४ (७) गुरुपारतंत्र्यस्तोत्र ८३५५ (६) गुरुपारतंत्र्यस्मरण ३८७५ (५) गुरुपारतन्त्र्यस्तव
मू जिनदत्तसूरि जिनदत्तसूरि जिनदत्तसूरि
११ प्रा
१०- १२ प्रा जिनदत्तसूरि ७०७६ (५) गुरुपारतन्त्र्यस्तव सटीक ३१-३३बे प्रास मू जिनदत्तसूरि
३३१३
गुरुपारतन्त्र्यस्तव सटीक तथा षष्ठस्मरणवृत्ति
१२१११
१७११६
३१२२ (५) गुरुवचनभास
गुरुवदनप्रत्याख्यान भाष्य
गुरुवन्दनभाष्यस्तवन
११ प्रास
९ प्रास
१६१३६
१४५१५ गुरुवन्दनविधि
६ स
३ गु
१२३-१२५ स
१११४९
गुरुप्रदक्षिणा कुलक ९०२ (५४ ) गुरुप्रदक्षिणास्तुति
२३९- २४० गु ९०२ (५२) गुरुप्रदक्षिणास्तुति - २३७-२३८ गु
३१८६ (१०) गुरुभाषाछत्रीसी
१२-१३ गु
११८८६ (३) गुरुभास
३ गु ८-१० प्रागु
१२६१४ (२) गुरुभाससङ्ग्रह
२२- २५ प्रास
२४३ - २४४ प्रा
कर्ता
[ १२६ ]
१० प्रास २ मू जिनदत्तसूरि
हर्षसागरोपाध्याय
शिष्य
८ प्रास मू जिनदत्तसूरि
१ प्रा
पार्श्वचन्द्र
३ मतिशेखर वाचक
२ खुशालमुनि, अखयचन्द्रादि
देवेन्द्रसूरि
४ प्रा
रजु गु कोरण्टकगच्छीय
नन्नसूरि ३ प्रागु मू देवेन्द्रसूरि
१ स