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भूधरजनशतकः
. भूधरदासजी आगरा निवासी कृत
. . जिस्को ......
हाल मुन्शी अमनसिंह सुनपत निवासी अर्जी नवौस - दर्जा अब्बल जिला दिल्लौ नैं शब्दार्थ बा. सरलार्थ टौंका से सुभूषित और सरल बा संशोधन कर ।
दिल्ली [ भारतदर्पण ] प्रेस महल्ला आमिली मैं पण्डित काशीनाथ शर्मा के प्रबन्ध से छपाकर प्रकाश किया.
: बैक्रमीय सम्बत् १८४७ । फाल्गु णे शुक्लपक्षे .. र प्रथमबार १००० मूल्यं प्रतिपुस्तक जिल्दसहित ॥