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( ४१ ) राजस अंश के सत्व-भेद, भासुरसत्व, राक्षससत्त्व, पैशाचसत्व, सार्पसत्व या नागसत्व, प्रेतसत्व, शाकुन सत्व तामस सत्व के भेद, पाशव सत्व, मात्स्य सत्व, वानस्पत्य सत्व, एकीयमत । तेइसवाँ अध्याय
४४५-४५२ ___ उन्माद गेग प्रतिषेध, सारस्वत चूर्ण, सर्पगन्धा घनवटी, उन्माद-गजकेशरी रस, चतुर्भुज रस, क्षीरकल्याण घृत, चैतस घृत, शिवा तैल । चौबीसवाँ अध्याय
४५३-४५६ ___ अपस्मार प्रतिषेध, अपस्मार, वातकुलान्तक रस, स्मृतिसागर रस, अतत्वाभिनिवेश । पच्चीसवाँ अध्याय
. ४६०-४६१ ___वात-व्याधि प्रतिषेध, शाल्वण स्वेद, वातहापोटली, माषबलादि तैल, सिद्धार्थक तैल, महाराज प्रसारणी तैल, नारायण तैल, विष्णु तैल, विषगर्भ तैल, पचगुण तैल, छागलाद्य घृत, षड्धरण योग, महारास्नादि कषाय, रसोन पिण्ड, त्रयोदशाङ्ग गुग्गुलु, अमृत भल्लातक, नारसिह चूर्ण, पंचामृत लौह गुग्गुलु, वातगजाङ्कुश, बृहद्वातचिन्तामणि रस, रसराज, योगेन्द्र रस, त्रैलोक्य चिन्ता. मणि रस, नवग्रह रस, मल्ल सिन्दुर, गृध्रसी-प्रतिषेध, अर्दित, खानकारि रस, मकरमुष्टि योग, कम्पवात, विजय-भैरव तैल । छब्बीसवाँ अध्याय
४६२-४६८ ___ वातरक्त प्रतिपेध, सिरावेध, लघुमंजिष्ठादि कषाय, निम्बादि चूर्ण, गोक्षुरादि गुग्गुलु, सर्वेश्वर रस । सत्ताइसवॉ अध्याय
४६६-५०२ उरुस्तम्भ-प्रतिषेध, अष्टकटवर तैल, गुजाभद्र रस । अठ्ठाइसवॉ अध्याय
६०२-५१० __ आमवात-प्रतिपेध, पचसम चूर्ण, वैश्वानर चूर्ण, भामवातारि गुग्गुलु, सिहनाद गुग्गुलु, आमवातारि रस, महाविपगर्भ तेल । उन्तीसवाँ अध्याय
५१०-५२४ शूल प्रतिपेध, कुबेराक्षादि वटी, पंचकोलादि चूर्ण, एरण्ड सप्तक कपाय, हिग्वादि चूर्ण, तिलादिगुटिका, नारिकेल लवण, शूलवर्जिनी वटी, त्रिगुणाख्य रस, सप्तामृत लौह, तारा मण्डूर, विद्याधराभ्र रस, नारिकेलखण्ड, क्षारराज, धान्यरिष्ट । तीसवाँ अध्याय
५२४-५३१ उदावर्त तथा आनाह प्रतिपेध, भानाह, आनाह तथा उदावर्त में योग, पुरीपोदावर्त तथा भानाह में योग ।