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अध्यात्म और दर्शन (कामादि) २६३
९१६ भय लाने वाले रूप द्वारा ही प्राणी लुप्त होते है, विनाश को प्राप्त होते हैं।
९२० काम भोगो को हटादो, इससे निश्चय ही दुःख भी हट जायेगा।
६२१ यह काम भोग नीचता की जड़ है।
६२२ वाह्य व्यक्तियो को पराजित मत करो।