________________
उपदेश
७७४ प्राणियो के साथ वैरभाव मत रक्खो।
७७५ समयानुसार परिमित भोजन करो।
७७६ जो कल्याणकारी है उसीका आचरण करो।
७७७
शरीर समाप्ती के अन्तिम क्षण तक भी गुणो की आकाक्षा करते रहो।
७७८
सत् आचरण को करके अनेक निवृत्त हुए हैं। उसी आधार से पण्डित सिद्धि को प्राप्त करते हैं ।
काल क्रम के अनुसार ही जीवन व्यवहार को चलावे।
७८० विरोधी उपदेशो से उदासीनता ग्रहण करलो ।
७८१ त्यागी अपनी आत्मा को अनुशासित करें।