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लेश्या-स्वरूप
२६८
कृष्ण, नील, कापोत, तेज, पद्म और शुक्ल ये छ लेश्याओ के क्रमश नाम हैं।
२६६ कृष्ण, नील और कापोत ये तीन अधर्म लेश्याएँ हैं । इन तीनो लेश्याओ वाला जीव दुर्गति मे उत्पन्न होता है ।
३०० तेज, पद्म और शुक्ल ये तीन धर्म लेश्याएँ है । इन तीनो लेश्याओ वाला जीव सद्गति मे उत्पन्न होता है ।
कृष्ण लेश्या का वर्ण जल युक्त मेघ, महिप-शृङ्ग, द्रोण-काक, खजन, अजन और नेत्र तारा के समान कृष्ण होता है ।
३०२
नील लेश्या का वर्ण नील अशोक वृक्ष, चास पक्षी की पख और स्निग्ध वैर्यमणि के समान नील होता है।
कापोत लेश्या का वर्ण अलसी के पुष्प, कोयल के पख और कबूतर की ग्रीवा के समान कत्थई होता है ।
३०४ तेजो लेश्या का वर्ण हिंगुल, गेरू, नवोदित सूर्य, तोते की चोच और प्रदीप की लौ के समान रक्त होता है।
३०५ पद्मलेश्या का वर्ण हरिताल, हलदी के टुकडे, तथा सण और असन के पुप्प के समान पीला होता है ।
३०६
शुक्ल लेश्या का वर्ण शख, अकमणि, कन्द-पुष्प दुग्धधारा, चांदी व मुक्तहार के समान श्वेत उज्ज्वल होता है।