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________________ Mulaal तोमरा भाग । (ग) मोहन सदा रोगी और दुखी रहना है (घ) शंकर एक एक पैसेके लिये ज्ञान देता है । (ङ) कुन्दनको आम स्वानेका है। शो छ (च) मोहन दिनभर सोता रहता है । (छ) अर्जुन चार सालसे स्वागत है। ७. - बताओ इनके किस किमस्माकम--- (क) रामने अपने लहकेको पारिश पाटशालाको नष्ट भ्रष्ट कर दिया । (ख) मोहन वहा मानी है. उसने एक भावना परिया वडा अनादर किया । (ग) एक विद्यार्थीने परीक्षा में पास न होनेपर ट किया और परीक्षकको बुरे शब्द कहे। (घ) उसने एक धर्मात्माकी बुगई की और एक आद मीके सिरमें लाठी मारी ! ड ) रामने गोविंदकी आंख फोड दी और उसकी पुस्तक फाड दी । 2 (च) एक व्यभिचारीने मदिरा पीकर सब लोगोंको गालियां दीं। ८ - बताओ निम्नलिखित वाक्योंमें क्या अशुद्धि ( क ) मोहनने तमाम उमर विद्या प्राप्त करने में खर्च की, इसलिये मरते समय उसके ज्ञानादरणी कर्मका क्षय होगया । (ख) सोहन सातावेदनीयके उदयसे नाच रंग तमाशेमें लगा हुआ है ।
SR No.010158
Book TitleBalbodh Jain Dharm Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDayachand Goyaliya
PublisherDaya Sudhakar Karyalaya
Publication Year
Total Pages145
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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