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अपभ्रंश और हिन्दी में जैन-रहस्यवाद १८. मनकरहारास--- ब्रह्मदीप, लिपिकाल सं० १७७१, प्रति आमेर शास्त्र
भांडार, जयपुर में सुरक्षित । १९. मांझा - बनारसीदास, १७वीं शताब्दी, बधीचन्द जैन मन्दिर, जयपुर में
प्रति सुरक्षित। २०. योगसार-योगीन्दु मुनि, रचनाकाल ८वीं-९वीं शताब्दी, प्रति आमेर शास्त्र
भांडार, जयपुर में, दूसरी प्रति ठोलियों का मन्दिर, जयपुर में सुरक्षित है। २१. श्री चूनरी-भगौतीदास, रचनाकाल सं० १६८०, प्रति मथुरा निवासी
पं० बल्लभराम जी के पास सुरक्षित। २२. श्रीपाल रास-- यशोविजय, रचनाकाल सं० १७३८ प्रति वर्द्धमान ज्ञान
मन्दिर, उदयपुर में सुरक्षित। २३. समाधितन्त्र--यशोविजय, प्रति सरस्वती भांडार, मेवाड़ में सुरक्षित। २४. समताशतक-यशोविजय, प्रति अभय जैन ग्रन्थालय, बीकानेर में सुरक्षित । २५. संयम तरंग-ज्ञानानन्द, प्रति अभय जैन ग्रन्थालय, बीकानेर में सुरक्षित ।
हिन्दी पत्र पत्रिकाएँ १. अनेकान्त- वर्ष ५, किरण १-२, फरवरी-मार्च १९४२, वीर सेवा मन्दिर,
१-दरियागंज, दिल्ली। २. अनेकान्त -वर्ष ७, किरण ४-५, दिसम्बर-जनवरी, १९४४-१९४५ वीर
सेवा मन्दिर, १-दरियागंज, दिल्ली। ३. अनेकान्त-वर्ष १०, किरण २, अगस्त १९४९, वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली। ४, अनेकान्त - वर्ष ११, किरण ४-५ जुलाई १९५३, , ५. अनेकान्त-वर्ष १२, किरण ७, दिसम्बर १९५३, , , ६. अनेकान्त-वर्ष १२, किरण ९, फरवरी १९५४, , , ७. अनेकान्त- वर्ष १४, किरण १०, मई १९५७, , ,, ८. कल्याण-योगांक, गीता प्रेस, गोरखपुर । ९. जैन हितैषी-अंक ५-६ ( फाल्गुन-चैत्र ) वीर नि० सं० २४३६, जैन ग्रन्थ
रत्नाकर कार्यालय, बम्बई। १०. जैन हितैषी-अंक ७-८, (वैशाख-ज्येष्ठ ) वी नि० सं० २४३६ । ११. वीणा-वर्ष १२, अंक १, सं० १९९५ इन्दौर। १२. वीर वाणी-वर्ष २, अंक १, ३ अप्रैल, १९४८,मनिहारों का रास्ता,जयपुर। १३. वीर वाणी-वर्ष २, अंक ६, १८ जून, १९४९ १४. वीर वाणी- वर्ष २, अक १९-२०, १८ जनवरी, १९४६ ,, १५. वीर वाणी-वर्ष ३, अंक १४-१५, सन् १९५० १६. वीर वाणी - वर्ष. ३, अंक ११, सन् १९५० १७. वीर वाणी वर्ष ५, अंक २-३, मई-जन, १९५१ १५. वीर वाणी-वर्ष ६, अंक २३-२४, सन् १९५२ १९. वीर वाणी-वर्ष १०, अंक १४-१५, सन् १९५६ .