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रखे।' इस अर्थ के वाक्यो का प्रयोग हमारे यहाँ बहुत सामान्य है यहाँ 'अपेक्षा' शब्द उपर्युक्त 'पाशा, इच्छा या नाकाक्षा के अर्थ मे प्रयुक्त हुआ है । हम यहाँ इस शब्द के प्रयोगो की विविधता की चर्चा में नही पडते। परन्तु इसका जो अर्थ स्याद्वाद के लिये उपयोगी है, उसे अच्छी तरह समझ लेना चाहिए ।
प्रस्तुत प्रसग मे 'अपेक्षा' शब्द का अर्थ 'सन्दर्भ' या 'पाधार' है। अग्रेजी मे उसके लिए With reference to context अथवा “From certain point of view" ऐसी शब्दावलि का प्रयोग होता है। इसलिए उसका अर्थ होता है, "अमुक किसी वस्तु या विषय के दृष्टिविन्दु से किसी एक विषय को लक्ष्य मे रख कर।" या इसका अर्थ "In certan 1 espect ---"किसी एक प्रकार से"-भी होता है। अग्रेजी भाषा मे इसके लिए अधिक स्पष्ट शब्द (Relatively) अर्थात् 'In 1elation to' का प्रयोग होता है ।
"In relation to ( के सम्बन्ध मे ) कह कर एक वस्तु के साथ दूसरी किसी वस्तु का सम्बन्ध जोडा जाता है। जब सप्तभगी मे 'अपेक्षा' शब्द का प्रयोग होता है तव उसका भी ऐसा ही अर्थ होता है। ___ जब किसी वस्तु का उदाहरणार्थ एक आभूषण का उल्लेख 'द्रव्य की अपेक्षा से, काल की अपेक्षा से, क्षेत्र की अपेक्षा से तथा भाव की अपेक्षा से' यो चार की अपेक्षा से किया जाता है तब उसमे रहे हुए द्रव्य का अर्थात् सुवर्ण का, समय का, स्थल का, तथा उसके स्वरूप ( प्राकृति ) आदि का सम्बन्ध जोडा जाता है।
'अपेक्षा' मूलत संस्कृत शब्द है। सस्कृत भाषा का शब्द