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immine ३.लीथियम (Li) 1. ..
लीथियम नाइट्रेट(LIN) . नाइट्रोजम(N) 0 3. 0 9. बेरियम (Ba) 10 क्लोरीन(Cl) 3.0
बेरियम क्लोराइड(BACI) 10. रेडियम(Ra) 1.0 क्लोरीन(Cl) 3.0
रेडियम क्लोराइड (RaCI) 11. स्ट्रोन्शियम(Sr) 1.0
2.0 क्लोरीन(Cl) 3.0
स्ट्रोन्शियम क्लोराइड(SrCI) स्कंध निर्माण की विभिन्न प्रक्रियाओं के उपरांत आचार्य उमास्वामी स्कंध की प्रकृति के बारे में बतलाते हुए कहते हैं कि “बन्धेऽधिको पारिणामिकी अर्थात् बध होने पर अधिक गुण वाला न्यून गुण वाले को अपने रूप परिणमन करा लेता है। रसायन विज्ञान मान्य स्कंधों (मोलीक्यूल्स) में भी प्राय: यही देखने में आता है। अर्थात् जब स्निग्ध (धातु) गुण युक्त परमाणु एवं रूक्ष (अधातु) गुण युक्त परमाणु परस्पर बध कर स्कध निर्माण करते हैं तब निर्मित अण (स्कंध) उसी गुण रूप होता है जिसका द्रव्यमान अधिक होता है।
तात्पर्य यह है कि स्कंध (अणु) निर्माण में भाग ले रहे परमाणुभों में से यदि स्निग्ध गुण युक्त (धातु) परमाणुओं का द्रव्यमान अधिक है तब निर्मित स्कंध क्षारीय प्रकृति वाला होगा इसके विपरीत रूक्ष गुण युक्त (अधातु) परमाणुओं का द्रव्यमान अधिक होने पर निर्मित स्कंध (अणु) अम्लीय प्रकृति का होगा। क्योकि क्षारीय प्रकृति का होना धातुओं का तथा अम्लीय प्रकृति का होना अधातु का विशिष्ट गुण होता है। प्रकृति समान निर्मित कंप
स्कंध की प्रकृति 1. मैग्नीज़(Mn) स्निग्ध 54x1+ मैग्नस ऑक्साइड ऑक्सीजन(O) रूक्ष 16x1 (MnO)
क्षारीय 2. मैग्नीज़(Mn) स्निग्ध 54x2 + मैग्नीज होप्टोक्साइड ऑक्सीजन(O) 16x7 (Mn,O.)
अम्लीय 3. क्रोमियम(Cr) स्निग्य 52x1+ क्रोमए ऑक्साइड ऑक्सीजन(O) रूक्ष 16x1 (CrO)
क्षारीय व्हेनेडियम(V) स्निग्म 50x1+ हाइपो व्हेनेडस ऑक्साइड ऑक्सीजन (O) लक्ष 16x1 (vo)
क्षारीय 5. व्हेनेडियम(V) स्निग्ध sex1+ हाइपोव्हेनेडिक ऑक्साइड ऑक्सीजन (O) रूक्ष 16x2 (Vo,)
क्षारीय 6. बोरोन(B) कक्ष '10x2 + बोरोन ट्राय ऑक्साइड आपलायन(O) का.16x3 (8,0)
अम्लीय
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२.तवार्थ सूत्र (/17