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१०-अन्य उपाय ११-पूर्णअसफलता १२--ग्यारहवाँ चतुर्मास
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सत्रहवाँ सर्ग १-वीर का उपवास २-श्रेष्ठि प्रमुख की निराशा ३-वीर का अभिग्रह ४-रानी मृगावती की चिन्ता ५-प्रयत्नों की विफलता ६-चन्दना से सेठानी की ईर्ष्या ७-चन्दना द्वारा आहार दान ८-चन्दना और मृगावती का मिलन ६-चन्दना-प्रशंसा १०-बारहवाँ चतुर्मास ११-वाले की अधमता १२-ऋजुकूला-तट १३- कैवल्य प्राप्ति
अठारहवाँ सर्ग १- सोमिलाचार्य का यश २-~-ग्यारह विद्वान ३-~-परिचय ४-इन्द्र का छल ५-इन्द्रभृति पर प्रतिबन्ध ६--इन्द्रभूति का समवशरण में प्रवेश ७-मण्डप की मनोरमता
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