________________
२८२ २८४
२८८
२६३
२६६ २६७
20 2ww
३०७ ३१२
( २६ ) ६-मातृ-प्रति उत्तर ७-उद्देश्य सूचना ८-क्षमा याचना
ग्यारहवाँ सर्ग १-वीर का ब्रह्मचर्य २---सिद्धार्थ-प्रस्ताव ३-राज्यहेतु अनुरोध ४-चीर की अस्वीकृति ५-शासन-स्वरूप ६-वैराग्य-वृद्धि
बारहवाँ सर्ग १-पूर्वभव स्मरण २--अतीत का सिंहावलोकन ३-अनुप्रेक्षा-चिन्तन ४- अनुमति-याचना ५.-सिद्धार्थ-सम्बोधन ६-वीर का उत्तर ७---पुनः सिद्धार्थ के तर्क ८-वीर द्वारा समाधान ६-त्रिशला का प्रयास १०-वीर की अटलता
तेरहवाँ सर्ग १-वीर का वैराग्य २-सर्वस्वदान
३१७ ३१८ ३२१
३२६
३३१
३३१
mr
m
mr
३३५ ३३६ . ३३७
३४२