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आवश्यकता महसूस की जाने लगी। अतः इस कार्य को मूर्तरूप देने के लिए सभी ने एक नया संगठन शाहदरा क्षेत्र हेतु गठित करने की राय प्रकट की। बाद में यह संगठन प.पु.दि. जैन समाज शाहदरा क्षेत्र (रजि) गांधी नगर दिल्ली के नाम से जून 1986 में पंजीकृत कराया गया। पंजीकरण के बाद इस संस्थान ने कई परम्परागत कार्यक्रम आयोजित किये। __ अगस्त 1990 में पद्मावती पुरवाल दि. जैन पचायत धर्मपुरा दिल्ली-5 की कार्यकारिणी के चुनाव में श्री महावीर प्रसाद जी रोगन वाले अध्यक्ष, श्री प्रथमेश जैन मंत्री और श्री शुकलचन्द जैन चौधरी निर्वाचित हुए। नत्र निर्वाचित कार्यकारिणी और पूरी पंचायत की यह भावना और प्रयास हुआ कि पद्मावती पुरवाल दि. जैन पंचायत धर्मपुरा, दिल्ली और पद्मावती पुरवाल दि. जैन समाज गांधीनगर द्वारा क्षमावाणी पर्व अलग-अलग न मनाकर एक जगह ही मनाये जाए। उस समय गांधीनगर जैन समाज के अध्यक्ष श्री अतरचन्द जैन, मंत्री श्री अशोक कुमार जैन रीवा वाले, और चौधरी श्री प्रमोद कुमार जैन मामा बिजली वाले थे। दोनों संस्थाओं के निरंतर प्रयत्नशील रहने पर यह सफलता अगस्त 1992 में मिली। परिणामस्वरूप 1992 की क्षमावाणी पर्व और आचार्य श्री विमल सागरजी महाराज की जन्म जयन्ती संयुक्त रूप से प्रथम बार ए-वाने-गालिब हाल, राउज एवेन्यू में मनाई गई। श्री सतीश जैन (गुड्डू भाई) इस समारोह के संयोजक थे। निर्णय यह हुआ था कि दोनों संस्थाएं संयुक्त रूप से एक बार पंचायत की इच्छाअनुसार उसके निर्देशित स्थान पर और अगली वर्ष गांधी नगर की समाज की इच्छानुसार उसके निर्देशित स्थान पर मनायी जाय। तद्नुसार 1993, का क्षमावाणी रघुवरपुरा गांधीनगर में संयुक्त रूप से मनाया गया।
अगस्त 1994 में पंचायत के चुनाव हुए। उसमें श्री रमेशचन्द जैन कागजी, अध्यक्ष, श्री सतीश जैन (गुड्डू भाई) मंत्री और श्री शुकलचन्द 259
पावतीपुरवाल दिगम्बर जैन जाति का उद्भव और विकास