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सर्वश्री आकाश, अमल और अखिलेश हैं। पंडितजी के चतुर्थ पुत्र श्री सुरेन्द्र कुमार दिल्ली के आयकर विभाग में उच्च पद पर सेवारत हैं। पंचायत की पिछली कार्यकारिणी में वे सह मंत्री थे।
स्व. श्री किरोड़ीमल ओमप्रकाश जैन, सब्जीमंडी 19वीं शताब्दी के अंतिम दशक 1890 में एटा जिले के फफोतू जनपद के श्री दरबारीलाल जी दिल्ली आये। सब्जी मंडी बर्फ के कारखाने में फफोतू के ही रहने वाले श्री योगनारायण शर्मा वहां कार्य करते थे। उन्होंने ही श्री दरबारीलाल जी को एक मकान किराये पर दिला दिया, जो बाद में उन्होने खरीद लिया। श्री दरबारी लाल जी के दो पुत्र हैं। श्री किरोड़ीमल जी और श्री ओमप्रकाश जी। प्रारम्भ में श्री दरबारीलाल जी ने कोई विशेष काम नहीं किया पर उनके पुत्र श्री किरोड़ीमल जी ने मंडी में आड़त का काम किया। श्री ओमप्रकाश जी को नेशनल ग्रेडलेज बैंक में सर्विस मिल गई।
पद्मावती पुरवाल पंचायत के प्रति उनका लगाव था। दोनों ही भाई मिलनसार धार्मिक प्रवृत्ति के थे। श्री किरोड़ीमल जी के सर्वश्री सुमतप्रकाश, अजितप्रकाश, धनकुमार, सुधीर कुमार, और श्री सुरेन्द्रकुमार पुत्र हैं। श्री
ओम प्रकाश जी के सर्वश्री आदीश कुमार विनय कुमार और राकेश कुमार पुत्र हैं। दोनो परिवारों के सदस्यों के पास अपने निजी निवास हैं और उच्च कोटि का व्यवसाय है। परिवार में खुशहाली और सम्पन्नता है।
स्व. श्री इन्द्रपाल जैन चूड़ीवाले/श्री महेन्द्रकुमार जैन
दिल्ली गेट एटा जिले में होच्ची जनपद के श्री श्रीनिवास जी के दो पुत्र श्री पद्यावतीपुरवाल दिगम्बर जैन जाति का उद्भव और विकास
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