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प्रकाशकीय
अखिल भारतवर्षीय दि. जैन महासभा के अध्यक्ष श्री निर्मलकुमार सेठी (जन्म 4 जुलाई, 1938) निनसुखिया के सुप्रसिद्ध व्यवसायी स्व. श्री हरकचन्द सेठी के ज्येष्ठ पुत्र हैं । मापने इतने ही अल्पकाल में जैन समाज के शीर्षस्थ कर्मठ नेता और उदारता के रूप में प्रतिष्ठा पजित कर ली है।
भारत के हर कोने में पाप के ध्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। प्रादेशिक पौर राष्ट्रीय स्तर के अनेक प्रतिष्ठानों के भाप अध्यक्ष प्रादि रह चुके हैं। अनेक सरकारी डेलिगेसनों में पापने विदेश यात्राएं भी की
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हैं । प्रापके अध्यक्ष बनते ही महासभा को एक संजीवनी बूटी उपलम्म हो गई है।
दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्रों के जीणोबार व विकास के लिए भी पापने प्रशंसनीय कार्य किया है। अपनी नई आकर्षक योजनाओं के साथ माप जैन समाज के विकास में जुटे हुए हैं। माप मृदुभाषी, सरल स्वभावी भोर महंभाव से शून्य व्यक्तित्व के धनी है । मापसे समाज को बड़ी माशाएं हैं।
साहित्य के प्रचार-प्रसार में भी प्रापकी अभिरुचि बढ़ी है। प्रा.ग. श्रीमती मलता जैन हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में लम्प प्रतिक्षित विदुषी हैं। उनके Php. शोध-प्रबन्ध "मध्यकालीन.हिन्यो अनकाम में रहस्मभावना' के प्रकाशक में कापने भाषिक सहयोग किया है। हम इसके लिए आपके पामारी है।
राबाजार सेठी मंत्री, साहित्य प्रकासन विभाग
बीमा.लि.न पहलमा