________________
(19)
प्र० १५० - ऋषभ देव कहाँ से मोक्ष गये ?
उत्तर- भगवान ऋषभ देव कै नाग पर्वत से मोक्ष गये ।
प्र० १५१- भरत चक्रवर्ती के १०० राजकुमार गेंद खेलतेखेलते क्या विचार कर रहे थे ?
उत्तर- वे गेंद खेलते हुए ऐसा विचार कर रहे थे कि अरे, मोह रूपी लाठी की मार खा खा कर गेंद की तरह यह जीव ससार की चारो गति मे बहुत घूमा । अब तो आत्म साधना पूर्ण करके जल्दी इस संसार से छूटेगे । हमारे ऋपभ दादा तो केवलज्ञानी तीर्थकर है । पिताजी भी इस भव मे मोक्ष पाने वाले है और हमे भी इसी भव मे मुक्ति होकर भगवान बनना है ।
प्र० १५२ - गेंद खेलने में जो मजा आता है यह सच्चा सुख है कि राग है ?
उत्तर- गेंद खेलने मे जो मजा आता है वह राग है ।
?
प्र० १५३ - जड़ में सुख होता है उत्तर - जड मे मुख नही होता है ।
प्र० १५४ - सुख किसमें होता है ? उत्तर - सुख जीव मे होता है ।
प्र० १५५ - जगत मे दो प्रकार की वस्तु है वह कौन सी ? उत्तर - एक ज्ञान सहित दूसरी ज्ञान रहित ।
प्र० १५६ - जीव किसको कहते है ?
उत्तर -- जिस वस्तु मे ज्ञान हो उसे जीव कहते है ।
।
प्र० १५७ - अजीव किसको कहते है ? उत्तर- जिस वस्तु मे ज्ञान न हो उसे अजीव कहते है । प्र० १५८ - क्या अजीव वस्तु मे भी गुण होते है " उत्तर - हाँ क्योकि प्रत्येक वस्तु गुणो का समूह होता है ।