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( २२७ ) प्र० ३१४-पचेन्द्रिय जीवो के कितने भेद है ? उत्तर-दो भेद है-सज्ञी और असज्ञी । प्र० ३१५-एकेन्द्रिय जीवो के कितने भेद है ? उत्तर-दो भेद है-बादर और सूक्ष्म । प्र० ३१६-बादर एकेन्द्रिय जीव किसे कहते है ?
उत्तर-जो दूसरो को बाधा देते है और स्वय बाधा को प्राप्त होते है और जो किसी पदार्थ के आधार से रहते हैं उन्हे बादर एकेन्द्रिय जीव कहते है।
प्र० ३१७-सूक्ष्म एकेन्द्रिय जीव किसे कहते है ?
उत्तर-जो समस्त लोकाकाश मे फैले हुए है, जो किसी को बाधा नही पहुँचाते और स्वय किसी से बाधा को प्राप्त नहीं होते है-उन्हे सूक्ष्म एकेन्द्रिय जीव कहते है।
प्र० ३१८-एकेन्द्रिय जीव के बादर, सूक्ष्म, दो इन्द्रिय जीव, तीन इन्द्रिय जीव, चार इन्द्रिय जीव, पाँच इन्द्रिय असैनी जीव और पाँच इन्द्रिय सैनी जीव-क्या इन सात प्रकार के जीवो के भी कुछ भेद है ?
उत्तर-हाँ, है । ये सातो पर्याप्त और अपर्याप्त के भेद से १४ भेद
प्र० ३१६-पर्याप्त और अपर्याप्त से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-जैसे-मकान, घडा, वस्त्रादि वस्तुये पूर्ण और अपूर्ण होती है, उसी प्रकार ये सात प्रकार के जीव भी पर्याप्त और अप्ति होते
प्र० ३२०-इन पर्याप्त और अपर्याप्त इस प्रकार १४ प्रकार को क्या कहते है ?
उत्तर-इन्हे १४ जीव समास के नाम से जिनवाणी मे कहा जाता है।