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________________ ( ६५ ) प्र० २३ -- दुख दूर करने का उपाय समयसार कलश ५१-५२ ५३-५४-५५ मे क्या बताया है ? प्र० २४ - दुख दूर करने का उपाय कलश २०० मे क्या बताया है ? -- प्र ० २५ – दुख दूर करने का उपाय समयसार गाथा २६ में क्या बताया है ' प्र० २६ - दुख दूर करने का उपाय समयसार गाथा ६६-७० में क्या बताया है ? प्र० २७ - दुख दूर करने का उपाय पुरुषार्थ सिद्धि उपाय गाथा १४ में क्या बताया है ? प्र० २८ - दुख दूर करने का उपाय प्रवचनसार गाथा ८० तथा ८६ मे क्या बताया है ? प्र० २६ – दुख दूर करने का उपाय प्रवचनसार गाथा ८३ में क्या बताया है ? प्र० ३० - दुख दूर करने का उपाय समयसार गाया या बताया है? ३ में प्र० ३१ - आकुलता कहा नही है ? प्र० ३२ - मोक्षदशा के ऊपर से सात तत्व कैसे निकलते है? प्र० ३३ - मोक्ष किसे कहते है और मोक्ष कैसे होता है ? प्र० ३४ - सवर निर्जरा सेकि कहते है और संवर निर्जरा किसके अभावपूर्वक होती है? प्र० ३५ - आस्रव-बन्ध किसे कहते है और आस्रव-बन्ध किसके निमित्त से होता है ?
SR No.010123
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages319
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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