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प्रारम्भ से पहले अशुद्धियों को शुद्ध कीजिये पृष्ठ संख्या पक्ति अशुद्धि शुद्ध
उसकी
- "2
उसका काय पच श्रा
कार्य
पाच
श्री
४८
ता आशका
१०५
उधाड धारणा ओर कहना
आशक्का उघाड धारण और कहता
१०८
१५६
2.
तानी
ताको
१५६ १७७
वही
१६०
यथा
२२७
वही तथा की कार्य के दो
२४६
२७३
29 02
कार्य दो निभद माक्ष मवाप
13 WE subteles.
निभेद मोक्ष
२८६
२६४
२६४
शव्ददन
२६६
अवाय शब्दनय खर्च घर
खच धर ऐसा
२९६
ऐसी
२६७ २६८ ३०२
" x 92
व्यवहानय
व्यवहारनय