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________________ ( ४७ ) ज्ञान भी है इसलिए शुद्ध जीव को 'सारपना' घटता है । प्रश्न ( १३० ) - विश्व को जानने वालों को किस किस नाम से कहा जाता है ? - (१) जिन, (२) जिनवर, उत्तर प्रश्न (१३१) - जिन किसे कहते हैं ? (३) जिनवरवृषभ उत्तर- - मिथ्यात्व और रागादि को जीतने वाले ४-५-६ वें गुणस्थानी ज्ञानियों को जिन कहते हैं। प्रश्न ( १३२ ) - जिनवर किसे कहते हैं ? उत्तर - जो 'जिनो' में श्रेष्ठ होते हैं वे जिनवर | श्री गणधर देव भी जिनवर हैं । प्रश्न (१३३) -- जिनवरवृषभ किसे कहते हैं ? उत्तर - जो जिनवरों में भी श्रेष्ठ होते हैं उन्हें जिनवरवृषभ कहते हैं । प्रत्येक तीर्थकर भगवान को भाव अपेक्षा सेजनवरवृषभ कहते हैं । प्रश्न (१३४)- क्या द्रव्यलिंगी मुनि को ११ अग ९ पूर्व का ज्ञान होने पर वह विश्व को नहीं जानता ? उत्तर - बिल्कुल नही जानता है । प्रश्न ( १३५ ) -- द्रव्यलिंगी मुनि ११ होने पर भी विश्व को कहाँ लिखा है ? ग ६ पूर्व का ज्ञान नही जानता है यह
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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