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प्रश्न २८२ - 'आत्मा ने, ज्ञान द्वारा, ज्ञान के लिए, ज्ञान दिया । इसमे कितने कारक सिद्ध होते हैं ?
उत्तर - आत्मा ने कर्ता, ज्ञान द्वारा - करण, ज्ञान के लिए सम्प्रदान; ज्ञान दिया-कर्म |
प्रश्न २८३ - " अहंत भगवान ने केवलज्ञान प्रगट किया ।" कितने कारक सिद्ध होते हैं ?
उत्तर - अर्हत भगवान - कर्ता, केवलज्ञान-कर्म ।
प्रश्न २८४ - आत्मा ने, ज्ञान द्वारा, ज्ञान के लिए, ज्ञान में से, ज्ञान दिया । इसमें कितने कारक सिद्ध होते हैं ?
उत्तर - आत्मा-कर्ता, ज्ञान द्वारा-करण, ज्ञान के लिए सम्प्रदान; ज्ञान मे से - अपादान, ज्ञान दिया कर्म ।
प्रश्न २८५ - आत्मा में से, शुद्धता आती है । इसमे कितने कारक सिद्ध होते हैं ?
उत्तर—आत्मा मे से- अपादान, शुद्धता - कर्म |
प्रश्न २८६ - निश्चय रत्नत्रय का कारण शुद्ध आत्मा है । इसमें कितने कारक सिद्ध होते हैं ?
उत्तर - निश्चय रत्नत्रय - कर्म, कारण-करण, शुद्ध आत्मा - कर्ता । प्रश्न २८७ में, अपने हित के लिए, अभ्यास करता हूँ । इसमें कितने कारक सिद्ध होते हैं ?
उत्तर - मैं - कर्ता, अपने हितके लिए सम्प्रदान, अभ्यास करता हूँ-कर्म ।
प्रश्न २८८ - ऊँचे निमित्तो द्वारा, जीव ऊँचा चढ़ता है। इसमें कितने कारको मे भूल हैं ।
उत्तर--करण, कर्ता, कर्म, तीन कारको की भूल है ।
प्रश्न २८६ - महापुरुष अपने में से दूसरो को देते हैं। इसमे कितने कारको की भूल साबित होती ?