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उन्नीस
२३-६४
आत्मवाद
आत्मा क्यों ?
आत्मा क्या है ?
जैन- दृष्टि से आत्मा का स्वरूप
भारतीय दर्शन में आत्मा का स्वरूप
औपनिषदिक आत्मा के विविधरूप
और जैन-दष्टि से तुलना सजीव और निर्जीव पदार्थ का : पृथ
क्करण
जीव के व्यावहारिक लक्षण
जीव के नैश्चयिक लक्षण
मध्यम और विराट् परिमाण
जीव-परिमाण
शरीर और आत्मा
मानसिक क्रिया का शरीर पर प्रभाव
दो विशय पदार्थों का सम्बन्ध
विज्ञान और आत्मा
आत्मा पर विज्ञान के प्रयोग
चेतना का पूर्व रूप क्या है ? इन्द्रिय और मस्तिष्क आत्मा नहीं कृत्रिम मस्तिष्क चेतन नहीं है। प्रदेश और जीवकोष दो हैं अस्तित्व सिद्धि के दो प्रकार स्वतंत्र सत्ता का हेतु