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VARAN
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भगवान महावीरका प्रवचनम्बल-ममवमग्ण त्रिपकंड के तीन पवंतोंपर अलग-अलग ममवमरणों में क्रमशः १. अपने ब्राह्मण-पिता-माता को। २. अपने दामाद जमालीको ५०० क्षत्रियों केमाथ। ३. पत्री प्रियदर्शनाको १००० त्रियाणियों केमाष दीक्षाएं दीं। इौलए तीनों पवंतोंका नाम चक्कणणी हआ।
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तीर्थकर भगवन्तों के आगे चलनेवाले अप्टमंगल।