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सम्यग्ज्ञानचन्त्रिका गापाटीका 1
[ २५६ अर्धच्छेद राशि हो है । बहुरि याकौ तिगुणी कीए घनागुल का अर्धच्छेद राशि हो है। बहुरि याकरि श्रद्धापल्य का अर्धच्छेद राशि का असख्यातवां भाग कौं गुरणे जगत् श्रेणी का अर्धच्छेद राशि हो है । यामैं तीन घटाए एक राजू के अर्धच्छेदनि के प्रमाण हो है । इहा एक अर्धच्छेद तो बीचि मेरु के मस्तक विषै प्राप्त भया । तीहि सहित लाख योजननि के संख्यात अर्धच्छेद भये एक योजन रहै । अर एक योजन के सात लाख अडसठि हजार अंगुल होइ, सो इनके संख्याते अर्धच्छेद भये एक अंगुल होय, सो ये सर्व मिलि संख्याते अर्धच्छेद भए, तिनिकरि अधिक एक सूच्यगुल रही थी, ताके अर्धच्छेदनि का जो प्रमाण होइ, सो घटाइए, तब समस्त द्वीप-समुद्रनि की सख्या हो है। सो घटावना कैसे होइ ? इहां तिगुणा सूच्यंगुल का अर्धच्छेद प्रमाण गुणकार है, सो इतने घटावने होइ, तहां श्रद्धापल्य के अर्धच्छेदनि का असंख्यातवां भाग प्रमाण मे सौ एक घटाइए तौ इहा संख्यात अधिक सूच्यंगुल का अर्धच्छेद घटावना होइ, तो कितना घटाइए ? पैसै त्रैराशिक करि किछु अधिक त्रिभाग घटाइए, असे साधिक एक का तीसरा भाग कर हीन पल्य के अर्धच्छेद का असंख्यातवां भाग को पल्य के अर्धच्छेद के वर्ग ते तिगुणा प्रमाणकरि गुण समस्त द्वीप-समुद्रनि की संख्या हो है । सो इतने ए द्वीप-समुद्र अढाई उद्धार सागर प्रमाण है,तिनके पचीस कोडाकोडि पल्य भए, सो इतने पल्य की पूर्वोक्त संख्या होइ, तो एक उद्धार पल्य की केती होइ ? असे त्रैराशिक कीए पूर्वोक्त द्वीप-समुद्रनि की संख्या को पचीस कोडाकोडि का भाग दीजिए, तहां जो प्रमाण आवै तितनी उद्धार पल्य के रोम खंडनि की संख्या जानना । बहुरि इनि एक-एक रोम खंडनि के असंख्यात वर्ष के जेते समय होहि, तितने खंड कीए जेते होंइ, तितने अद्धापल्य के रोम खंड है, ताके समय भी इतने ही है । जाते एक-एक समय विषै एक-एक रोम खड काढे सर्व जेते कालकरि पूर्ण होइ, सो अद्धा पल्य का काल है।
ते असंख्यात वर्ष के समय कितने है ?
सो कहिए है - उद्धार पल्य के सर्व रोम खडनि का प्रत्येक असख्यात वर्ष समय प्रमाण खंड कीए एक अद्धा पल्य प्रमाण होइ, तो एक रोम खडनि के खडनि का केता प्रमाण होइ ? असे त्रैराशिक करि जितना लब्ध राशि का प्रमागा होइ, तितने एक उद्धार पल्य का रोम खंड के खडनि का प्रमाण जानना । बहुरि श्रद्धा पल्य है, सो द्विरूप वर्गधारा मे अपने अर्धच्छेद राशि ते ऊपरि असख्यात वर्गस्थान जाइ उपजै है । याकों तिगुणा पल्य का अर्धच्छेद राशि का वर्ग को किंचिदून पल्य का अर्धच्छेदनि का असंख्यातवां भाग करि गुण जो प्रमाण आवै, ताको पचीस कोडाकोडि