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॥ श्री वीतरागाय नमः ।।
वीरजी
स्वा पाय
श्री योगीन्दुदेव विरचित
श्री परमात्म प्रकाश
श्री समंतभद्राचार्य विरचित बृहद् स्वयंभू स्तोत्र
प्रेरक :
उग्रतपस्वी, चारित्र-विभूषण, परम पूज्य श्री १०८ श्री विवेकसागरजी महाराज
संपादक:
सिद्धांतभूषण, विद्याभूषण ब० पं० विद्याकुमार सेठी
न्याय-काव्य-तीर्थ, कुचामन सिटी डॉ० यतीन्द्रकुमार जैन शास्त्री, आगरा
प्रकाशक:
श्री दिगम्बर जैन समाज
कुकनवाली ( राजस्थान )
प्रथमावृत्ति १०००
मूल्य स्वाध्याय व
प्रात्मचिन्तन