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श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरो
सुखलाल जैन सुपुत्र गोरेलाल जैन, कौरारी सरहद (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य हैं। दो लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
कन्हैयालाल जैन सुपुत्र जोरावरसिंह जैन, खेरी (मैनपुरी)
इस परिवार में एक ही व्यक्ति हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
बुद्धसेन जैन सुपुत्र वनारसीदास जैन, खेरी (मैनपुरी)
इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा तीन स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित है। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
कपूरचन्द जैन सुपुत्र जम्बूदास जैन, खैरगढ (मैनपुरी)
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गाँव-खैरगढ़ (मैनपुरी)
इस परिवार में चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल छ सदस्य हैं। तीन लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है।
छेदीलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, खैरगढ़ (मैनपुरी)
गॉव-खेरी (मैनपुरी)
झण्डूलाल जैन सुपुत्र द्वारकादास जैन, खैरगढ (मैनपुरी)
इस परिवार में आठ पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल तेरह सदस्य हैं। छ लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है ।
रामस्वरूप जैन सुपुत्र छोटेलाल जैन, खैरगढ (मैनपुरी)
इस परिवार में नौ पुरुष में तथा आठ स्त्री वर्ग में कुल सत्तरह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा पाँच लड़की अविवाहित है। पुत्र प्रमोदकुमार मैट्रिक और अभयकुमार मिडिल पास हैं। अन्य बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े है और व्यापार करते हैं ।
इस परिवार में एक पुरुष वर्ग मे तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख स्वयं साहित्य विशारद हैं और मोटर ट्रांस्पोर्ट का व्यापार करते है । सन् १९४२ में जेल में आपने "मानव जीवन" नामक पुस्तक लिखी थी। आप सामाजिक, राजनीतिक, साहित्यिक और सार्वजनिक कार्य कर्त्ता हैं। मंडल कांग्रेस के मंत्री भी हैं।