SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 31
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५८ श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी लड़का तथा चार लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षा में पढ़ रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और कृषिकार्य करते हैं। गाँव - खरिकना (आगरा) गोरेलाल जैन सुपुत्र झंडूलाल जैन, खरिकना (आगरा) इस परिवार में कुल सत्रह सदस्य हैं दस पुरुष वर्ग में तथा सात स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है । परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय तथा कृषिकार्य करते हैं। रामबाबू जैन सुपुत्र तेजसिंह जैन, खरिकना (आगरा) इस परिवार में चौदह सदस्य है पाँच पुरुष वर्ग में तथा नौ श्री वर्ग में । तीन लड़के तथा छ लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और व्यापार व्यवसाय करते है । रेवतीराम जैन सुपुत्र नन्दकिशोर जैन, खरिकना (आगरा ) इस परिवार में ग्यारह सदस्य है आठ पुरुष वर्ग में और तीन स्त्री वर्ग में । पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और व्यापार व्यवसाय करते हैं। गाँव-खांडा (आगरा) मन्शीलाल जैन सुपुत्र श्रीलाल जैन, खांडा (आगरा) इस परिवार में तेरह सदस्य है, चार पुरुष वर्ग में तथा नौ स्त्री वर्ग में । एक लड़का तथा छ लड़की अविवाहित है और प्रारम्भिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख हाईस्कूल पास है तथा व्यापार व्यवसाय करते है । साहूलाल जैन सुपुत्र प्यारेलाल जैन, खांडा (आगरा) इस परिवार में बारह सदस्य हैं, आठ पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में । चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और मिठाई की दुकान करते है। जैन सुपुत्र मक्खनलाल जैन, खांडा (आगरा) इस परिवार में एक पुरुष वर्ग मे तथा एक स्त्री वर्ग में कुल दो सदस्य हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और कपड़े की दुकान करते है । गाँव - खेरिया (भागरी) सुन्शीलाल जैन सुपुत्र सेतीलाल जैन, खेरिआ (आगरा) इस परिवार से सात सदस्य है पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग मे । तीन लड़के अविवाहित है और प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते है । परिवार प्रमुख कृषिकार्य करते हैं।
SR No.010071
Book TitlePadmavati Purval Jain Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugmandirdas Jain
PublisherAshokkumar Jain
Publication Year1967
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy