SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 165
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी ३३७ प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मैट्रिक वक शिक्षित है और सर्विस करते हैं। मूल निवासी सिकन्दरा राज (मैदामई) के है। राजमल जैन सुपुत्र रतनलाल जैन, कृष्ण-भवन काजीपुरा भोपाल (भोपाल) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल पाँच सदस्य है। एक लड़का तथा एक लड़की अविवाहित हैं और प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और सर्विस करते हैं। मूल निवासी कड़वाला के हैं। राजमल जैन सुपुत्र बोदरमल जैन, इमलीवाली गली भोपाल (भोपाल) इस परिवार में चार सदस्य पुरुष वर्ग में हैं। एक लड़का बाल्यावस्था में है। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित हैं और सर्विस करते हैं। मूल निवासी भौरा इलाईमाता (सीहोर) के हैं। राजमल जैन सुपुत्र लखमीचन्द जैन, सोमवारा भोपाल (भोपाल). इस परिवार में सात पुरुष वर्ग में तथा पॉच स्त्री वर्ग में कुल बारह सदस्य हैं। पाँच लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख साधारण शिक्षित है और किराना का व्यापार करते है। मूल निवासी भोपाल के ही हैं। राजेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र रामस्वरूप जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल) इस परिवार में यह सज्जन और इनकी धर्मपत्नी दो ही सदस्य हैं। परिवार प्रमुख मैट्रिक तक शिक्षित हैं और सर्विस करते है । मूल निवासी घिरोर के हैं। रूपचन्द जैन सुपुत्र कोदरमल जैन, जैन मन्दिर रोड भोपाल (भोपाल) इस परिवार में पाँच पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में कुल सात सदस्य हैं। चार लड़के तथा दो लड़की अविवाहित हैं और विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख मिडिल तक शिक्षित है और सर्राफा का व्यवसाय करते है । मूल निवासी आष्टा के है। लखमीचन्द चैन सुपुत्र नाथूराम जैन, कृष्ण भवन, काजीपुरा भोपाल (भोपाल) इस परिवार में तीन पुरुष वर्ग में तथा पाँच स्त्री वर्ग में कुल आठ सदस्य है। दो लड़के तथा तीन लड़को अविवाहित है और प्रथम से लेकर आठवीं तक शिक्षा प्राप्त कर रहे है। परिवार प्रमुख दसवी कक्षा तक शिक्षित है और सर्विस करते हैं । मूल निवासी शुजालपुर के हैं। लाभमल गैन सुपुत्र गोपालमल जैन, गोपाल भवन, जुमेराती बाजार भोपाल ( भोपाल) इस परिवार में दो पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री घर्ग मे कुल तीन सदस्य है। परिवार प्रमुख मैट्रीकुलेट हैं और व्यापार जनरलमर्चेन्ट का है। एक पुत्र अविवाहित है । मूल निवासी भोपाल के हैं।
SR No.010071
Book TitlePadmavati Purval Jain Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugmandirdas Jain
PublisherAshokkumar Jain
Publication Year1967
Total Pages294
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy