________________ जैनतस्वादर्श निगोद 22 / निर्माल्य 199 नियुक्ति 13 निवीता 0 निधारत 222 निन्हव 470 बादर 60 भ भवपरिणति 66 भाड़ी कर्म 121 भोगोपभोग व्रत 70 प पचतीर्थी 204 परिग्रहपरिमाणवत 50 पर्याति 14 पल्योपम 361 पूर्व 22, 366 पौषध 14 प्रतिक्रमण-पडिक्कमण 200 प्रत्याख्यान 18, 183, 183 प्रशंसा 40 प्राणातिपातविरमण 45 प्राशुक 177 महाधिगय 117 मांडली 310 महाख्य 205 मिथ्यादृष्टि 41 मृषावादविरमण 55 मैथुन वि० 65 रौद्रध्यान 131 लेश्या 55 फोडी कर्म 121 धनकर्म 11 विगय 115, 319 .