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( ४५ ) पथरी-तिज्ञों की कॉपल छाया में सुखाकर राख करले और तीन माशे लेकर शहद ( या पुराना गुड़) में मिलाकर खाया करे।
दूसरी दवा-मूली के पत्तों का रस एक सप्ताह तक पीने से पथरी रोग को लाभ होता है । __ आँच के दस्त-बीले का मुरब्बा खाने से ऑव के दस्त वन्द हो जाते हैं।
दूसरी दवा-ईसरगुल की भूसी में दही मिलाकर खाएँ अथवा खॉड के शरवत के साथ फांक लें, तो आँव के दस्त अच्छे हो जाते हैं। बच्चों के लिए इसी का प्रयोग अच्छा होगा।
|-'घरेलू चिकित्सा'।
पाठ २६–स्वास्थ्य और दवाइयाँ (२)। ___ आँव के दस्त-छोटी हई को भूनकर चूर्ण करले, इसमें आवश्यकतानुसार काला नमक मिलाकर थोड़ा थोड़ा सेवन करने से आँब के दस्त पन्द हो जाते है ।