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________________ ( ३४ ) १०-कहने का मतलब यह है कि, बही खातों को पवित्र रखने में सक्षा सावधान रहना चाहिये । आबाद बने रहने का यही एक उत्तम साधन है । ११-यदि हम नामा रखना या लिखना न जानते हों तो यह काम में अपने अत्यंत विश्वासपात्र मनुष्य से कराना चाहिये । ऐमे वैसे प्रत्येक मनुष्य से यह काम लेना __ ठीक नहीं। पाठ ११--पदार्थ विज्ञान। ___ हरड़ के गुण---खाँसी, श्वास. कोड़, सोजा, पेट के कीड़े, कंठ बैठना, दस्त के तमाम रोग, ज्वर, अफार; वमन, तृपा, बार २ पिशाब आना आदि को मिटाती है । ___ गरम पानी के गुण-सुबह कुछ मी न खाने से __पहले पेट भर गरम पानी पीने से आम, पित्त, दाह, कफ, खट्टी डकारें मिटती हैं और अग्नि बढ़ती है। गरम पानी गले के रोग, मन्दाग्नि, सरदी, जुकाम, अरुचि, संग्रहणी, रुधिर-विकार मिटाता है। ___ज्यादा थूकने से चहरा छोटा तथा पीला पड़ जाता है। , जीम के ऊपर बोझ रखने से बवासीर रोग मिटता है।
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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