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। वनस्पतिकाय--अनार, अगर, आम अमरूद, सीताफल __ इत्यादि को सब लोम खाते हैं किन्तु धतूरे तथा थूहर आदि के फलों और कांटों को कोई नहीं खाता ।
ईख, तिल, एरंडी, अलसी आदि ही पानी में पीले जाते हैं किन्तु गुवार वगैरह को यह तकलीफ नहीं दी जाती।
सकाय-रेशम के कीड़ों को लोग उबलते हुए पानी में डाल देते हैं। किन्तु अन्य सामान्य कीड़ों को ऐसी यंत्रणा नहीं दी जाती है । तोते और मैना को लोग पांजर में कैद कर देते हैं लेकिन कौए को कोई नहीं पालता।
धनवान के घर पर चोर और डाकू जाते है उनका धन लूटते हैं और धन न देने पर जान से भी मार डालते हैं लेकिन गरीब के घर पर कोई चोर नहीं जाता जिधर भी दृष्टि डालते हैं उधर धनवान को दुखी पाते हैं । जो निधन हैं वो सुखी हैं। ____ हाल में जो साधु साध्वियों की संख्या हैं उनमें करोड़
लखपति अथवा हजार पतियोंने दीक्षा ली हो ऐसे . ने हैं ? तथा सामान्य स्थिती में से दिक्षित हुए हुए कितने हैं ? इसकी गिनती कीजिएगा। इस पर से सिद्ध होगा कि गरीबी तो अमीरी है और अमीरी गरीवी है यही कारण है कि गरीब होने का नियाणा प्रभू के समकसरण में कई मुनीराजों ने किया था (श्री दशा श्रुत