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________________ श्रीआत्म-बोध दमन करो । तुलना बुद्धि विवेक प्राप्त करो और लाचारी से करने योग्य कामों मे भी जयणा (विवेक) का पालन करो इससे अल्पारम्भी, स्वाश्रयः, सुखी जीवन बनेगा। पीनल कोड़ (सरकारी कानून-ताजीरात हिंद) ___ हिसा जन्य अपराधो की सजाएँ १-किसी को गाली देना, अपमान करना, दिल दुखाना आदि के लिए दो साल की सख्त कैद की सजा कानून धा०३५२ । २-हमला करना, इजा करना आदि के लिये दस साल की सख्त कैद की सजा कानून धा० ३२३ । ३-किसी की गैर वाजबी रोक रखना आदि के लिये एक साल की सख्त कैद की सजा कानून धा० ३४१ । ४-खून करने वाले को मृत्यु की शिक्षा (फांसी) कानून धारा ३०२ । ५---सव प्रकार की स्वतंत्रता को लूट कर किसी से गुलाम रूप से काम लेने वाले को सात साल की सख्त कैद की सजा कानून नं० ३७० । ६-भोजन में विष देनेवाले को फांसी की सजा कानून धारा० ३०२। ७-आश्रित को भोजन न देकर मृत्यु निपजाने वाले को फांसी की सजा कानून नं ३०२ । ८-मकान में आग लगाने वाले को सात साल की सख्त कैद की सजा कानून धारा ४३५ ।
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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