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________________ [५०] ४. वाउकाय--हवा-पवन के जीव, सब दिशाओं ___ का पवन, गुञ्जवा, आंधी आदि। . ५. वनस्पतिकाय-शाक, भाजी, हरे पेड़, अनाज, काई, कन्दमूल काँदा आदि। .. दोहा-जीव भेद संसार में, त्रस अरु स्थावर दोय। बस वे जो चल फिर सकें, स्थावर जोथिर होय॥ स्थावर इंद्रिय एक युत, भेद कहौं हौं याँच । पृथिवी जल अगनी तथा, वायु बनस्पति पांच॥ ३४-वस काय। त्रस जीवों के मुख्य चार प्रकार हैं ।१ बेहन्द्रिय, २ तेइन्द्रिय, ३ चौरेन्द्रिय और ४ पंचेन्द्रिय । १ बेइन्द्रिय-दो इन्द्रिय ( शरीर और मुँह ) वाले ' जीव जैसे कीड़े, जोंक, अलसिया, शंख, , छीप आदि। ... २ तेइन्द्रिय-तीनइन्द्रिय (शरीर, मुँह, और नाक) .. वाले जीव। जैसे, काड़ी, मकोड़ी, जू; खटमल आदि। . . . . ३ चौरेन्द्रिय-चार इन्द्रिय ( शरीर, मुंह,, नाक
SR No.010061
Book TitleJain Shiksha Part 03
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages388
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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