________________
[४९] '. ३३-जीव और अजीव ..: जीव--उन्हें कहते हैं जिनको सुख दुःख होता हो,
जिन में जान हो । जैसे:- आदमी, गाय, षकरी, घोड़ा, कुत्ता, कबूतर, चिड़िया,
मछली, आदि । अजीव-उन्हें कहते हैं जिनको सुख दुःख का भान न
हो, जिनमें जान न हो।जैसे:-सूखी लकड़ी, इंट, कुर्सी, टेबल, कागज, पुस्तक, कर्ता,
टोपी, रोटी आदि। संसार में जोव दो प्रकार के हैं। बस और स्थावर। १.त्रसजीव उसे कहते हैं, जो हलनचलन कर सके।
जैसे कोड़े, चींटी, गाय, मनुष्य आदि । २. स्थावर जीव स्वयं चल फिर नहीं सकते। एक
ही जगह पड़े रहते हैं। स्थावर जीवों को एक स्पर्श इन्द्रिय अर्थात् शरीरं
ही होता है । स्थावर के पाँच प्रकार हैं। जैसे:१. पृथ्वी काय-कची मिट्टी, नमक, होरे, खड़ी
और सब खनिज पदार्थ। २. अपकाय-कचा पानी ( कुआ, नदी, तालाब,
समुद्र आदि का) ३. तेउ काय--अग्नि के प्रकार, दीपक, पिजलो,
घल्हे-भटी आदि की अग्नि ।