________________
श्री जगन्नाथजी, नाहरपट्टी पंजाब --
कान्फेस की सफलता चाहता हूँ । प्रापके निर्णय के अनुसार हर प्रकार की सेवाओ के लिए प्रस्तुत हूँ ।
श्री कपूरचदजी पाटनी, जयपुर
आशा करता हूँ आपके नेतृत्व में कान्फ्रेंस निश्चित प्रोग्राम बनाकर अपने उद्देश्य को प्राप्त करने मे सफल होगी।
श्री उग्रसेनजी, एम० ए० एल-एल० बी०, मथुरा
आधुनिक युग मे जब एकता का राग अलापा जा रहा है हम एक वीर प्रभु के अनुयाई होते हुए एकता के सूत्र मे क्यो न बँधे । ऐसी कान्फेस ही एकता का एक मात्र साधन और उपाय है । अनावश्यक भेदभाव को मिटाएं। भगवान वीर आपको अपने कार्य के लिए बल प्रदान करें। श्री नन्दलालजी, बीना सिघई
सिरोही राज्य द्वारा लगाए गए श्राबू मन्दिरो के टैक्सो के सम्बन्ध मे उचित उपाय बतलाकर हमे प्रदेश दीजिए। हमारा सहयोग आपके हाथ मे है ।
श्री भगवानदासजी सर्राफ, ललितपुर -
यह कार्य प्रति सराहनीय है, आप अनुचित टैक्स हटवाने का पूर्ण प्रयत्न अवश्य ही कीजिए और मेरे योग्य सेवा कार्य भेजे ।
श्री रामचन्द्रजी खिन्दका, जयपुर सिटी
चाहता हूँ ।
मेरी आपकी कान्फ्रेंस के साथ पूर्ण सहानुभूति है । और में इसकी हृदय से सफलता
श्री प० खुशालदासजी, बम्बई
कान्फ्रेंस का उद्देश्य न केवल प्रशसनीय है वरन् सहयोग्य भी है। टैक्स का विरोध प्रत्येक जैन को करना चाहिए। आपके प्रयत्नो की में हर तरह से सफलता चाहता हूँ ।
श्री वृजभूषणजी वकील, मथुरा
मेरी हार्दिक इच्छा है कि जैन समाज मात्र मिलकर श्रागे ऐसे ही धर्मवर्षक कार्यकर्ता रहे। मैं अपनी सेवाएं आपको भेट करता हूँ ।
श्री रोशनलालजी जैन, मंत्री जैनमण्डल, मथुरा
सिरोही राज्य की प्रोर से जैन मन्दिरो के दर्शनार्थियों पर जो टैक्स लगा हुआ है वह यात्रियो पर निरर्थक प्रहार है । यह हम सब के लिए खेद का विषय है। इस टैक्स के विरोध के लिए सम्मेलन की जो आयोजना की जा सकती है वह अत्यन्त शुभ है। आप अपने उद्देश्यो को प्राप्त करने मे सफल हो, यही हमारी हार्दिक शुभकामना है ।
४४ ]