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ऊर्ध्वलोक-समूचा लोक तीन भागो में विभक्त है। लोक का ऊपरी भाग ऊर्ध्वलोक कहलाता है। इसका आकार मृदग अर्थात् ढोलक के समान हे ओर ऊचाई सात राजू है। यहा वैमानिक देवों का निवास हे । सोलह स्वर्ग, नौ ग्रैवेयक, नो अनुदिश और पाच अनुत्तर -विमान- ये सभी ऊर्ध्वलोक में क्रमश ऊपर ऊपर स्थित है।
58 / जेनदर्शन पारिभाषिक कोश