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________________ २१० १२१ २०१ अनुक्रमणिका २४७ सन्मय बुखारिया ३७, १४३ | दौलतराम ४५, १८३, १९६, २०९ ताराचन्द | दौलतराम 'मित्र' १४३ तिलकविजय मुनि द्यानतराय १६७, १९६, २०९ त्रिभुवनचन्द्र २१० त्रिभुवनदास धनपाल २०८ त्रिभुवन स्वयम्भू | धनञ्जय १२२ धर्मदास ४८, २१० थानसिंह धर्ममन्दिरगणि २१२ धर्मसी दयाचन्द गोयलीय १४२, २१४ दरबारीलाल न्यायाचार्य १३१,२१५ । नथमल विलाला दरखारीलाल सत्यभक्त ३७, १३५, नन्दराम नन्दलाल छावडे दरियावसिंह सोधिया २१४ नयनसुख १८३ दलसुख मालवणिया १३१, २११ नागराज २११ दीपक कवि न्यामतसिंह ११५, २११ दीपचन्द्र ४८, । नाथराम प्रेमी ३६,१०८,११०,१२१, टीपचन्द्र कासलीवाल १४२, १४३, २१४ दुगादास नाथूराम दोगी ५१, २१४ देवनन्दी १२२ नाथूराम साहित्यरल १३२, १३५ देवसेन सूरि निहाल २१२ देवसेन निहालकरण सेठी देवीदास २१२ २१२ पन्नालाल वसन्त देवेन्द्रकुमार एम. ए. १३५, २११ । पन्नालाल चौधरी देवेन्द्रप्रसाद कुमार १४२ | पन्नालाल पूनेवाले २० २१३ देवीसिंह
SR No.010039
Book TitleHindi Jain Sahitya Parishilan Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1956
Total Pages259
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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