________________
ऊंचा जाने का काल परस्पर तुल्य है, उससे संख्यातगुणा है। चमरेन्द्रजी के ऊंचा जाने का और वज्र के नीचा जाने का काल परस्पर तुल्य है, उससे विशेषाधिक है।
चमरेन्द्रजी की ऋद्धि परिवार जो जो पावे सो कह देना चाहिए । चमरेन्द्रजी की एक सागर की स्थिति है। महाविदेह क्षेत्र में जन्म लेकर मोक्ष जावेंगे। शेष अधिकार सूत्र से जान लेना चाहिए। सेवं भंते !
सेवं भंते !! क्षेत्र काल द्वार का यन्त्र- ..
R
'जाने की मार्गणा जितना क्षेत्र जावे जानेमें जितना समय लगता है
-
१ शकेन्द्रजी कोचा क्षेत्र जाने में १ समय लगता है। २ वज्र को . ,.,.समय लगते हैं। .३ चमरेन्द्रजी को
३.समय लगते हैं।
।
"
१ चमरेन्द्रजी को २. शकेन्द्रजी को ३ वन को
. नीचा क्षेत्र जाने में |.१ समय लगता है।
२ समय लगते हैं। ३ समय लगते हैं।
m.