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श्री रूपवती देवी, 'किरण'
आप सी० पी०के सुप्रसिद्ध राष्ट्रीय कार्यकर्ता वावू लक्ष्मीचन्द्रजी फागुलकी विदुषी पुत्री हैं और जवलपुरके एक प्रतिष्ठित घरानमें व्याही हैं। प्रतीत होता है कि आपका हृदय प्रकृतिक सौन्दर्य से प्रभावित होकर कविताको ओर प्रवृत्त होता है। आप सामाजिक विषयोंपर भी अच्छा लिख लेती हैं।
यह संसार बदल जायेगा प्रलय-राहुने असा चन्द्रमा, हुई अमाकी निशा पूर्णिमा चन्द समयके वाद चन्द्र फिर, निखिल ज्योत्स्ना छिटकायेगा;
यह संसार बदल जायेगा।
महानाशका निठुर प्रहर यदि, भारतको गारत कर देगा;
जव निर्माता गान्वी जी हैं, __तो फिर क्यों न उदय आयेगा?
यह संसार वदल जायेगा।
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